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संविधान की ताकत ने ही मुझे प्रधानमंत्री बनाया...75वें संविधान दिवस पर बोले PM मोदी, 18 वर्ष के मतदाताओं से की ये अपील

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान दिवस पर अपनी राजनीतिक यात्रा और अनुभव साझा किए. उन्होंने 18 वर्ष के प्रथम-बार मतदाताओं से लोकतंत्र में सक्रिय भागीदारी की अपील की. मोदी ने संविधान की महत्वपूर्ण भूमिका, डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद और बी.आर. आंबेडकर का योगदान और युवाओं में जिम्मेदारी का भाव जगाने पर जोर दिया.

Utsav Singh
Edited By: Utsav Singh

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान दिवस के अवसर पर अपने राजनीतिक जीवन और अनुभव साझा किए. उन्होंने बताया कि गरीब परिवार से निकलकर प्रधानमंत्री बनने का मार्ग उन्हें संविधान ने ही संभव बनाया. ब्लॉग में उन्होंने पहली बार वोट देने वाले 18 वर्ष के युवाओं से अपील की कि वे अब केवल छात्र नहीं बल्कि लोकतंत्र के सक्रिय सहभागी हैं. पीएम ने कहा कि स्कूलों में 26 नवंबर को फर्स्ट-टाइम वोटर्स का सम्मान करने की परंपरा विकसित होनी चाहिए, जिससे युवाओं में जिम्मेदारी और गर्व का भाव पैदा होगा.

डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद और बाबासाहेब की भूमिका को किया याद 

आपको बता दें कि मोदी ने संविधान दिवस पर डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की भूमिका का स्मरण किया. उन्होंने बताया कि संविधान ने समानता, स्वतंत्रता और न्याय के सिद्धांत स्थापित किए, जिससे समाज के वंचित वर्गों को भी अधिकार प्राप्त हुए. साथ ही, संविधान सभा में शामिल महिला सदस्यों के योगदान को भी पीएम ने याद किया, जिन्होंने अपने दृष्टिकोण से संविधान को समृद्ध बनाया.

पटेल, बिरसा और गुरु तेग बहादुर की 150वीं एवं 350वीं जयंती
इस वर्ष संविधान दिवस विशेष रूप से सरदार पटेल की 150वीं जयंती और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर मनाया गया. पीएम ने बताया कि सरदार पटेल ने देश के राजनीतिक एकीकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया और आर्टिकल 370 हटाने में प्रेरणा दी. भगवान बिरसा मुंडा की जीवनगाथा जनजातीय समुदाय के न्याय, गरिमा और सशक्तिकरण की प्रेरणा देती है. साथ ही, श्री गुरु तेग बहादुर की 350वीं शहादत वर्षगांठ भी इस साल मनाई जा रही है, जो आज भी नागरिकों के लिए प्रेरणास्त्रोत है.

युवाओं के लिए संदेश और लोकतंत्र में भागीदारी
पीएम मोदी ने युवाओं से आग्रह किया कि वे लोकतंत्र की प्रक्रिया में सक्रिय भाग लें और अपने अधिकारों के प्रति सजग रहें. उन्होंने कहा कि जिम्मेदारी और समर्पण का भाव जीवनभर लोकतंत्र के मूल्यों के प्रति निष्ठा बनाता है. 26 नवंबर के दिन संविधान के महत्व को समझना और इसे सम्मान देना हर भारतीय के लिए गर्व की बात है. पीएम ने यह भी याद दिलाया कि संविधान के कारण ही उन्हें 24 वर्षों से सरकार के मुखिया के रूप में काम करने का अवसर मिला.

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26 November 2025, 10:39 AM IST

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