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प्रियंका का सियासी दांव… नाराज़ नेताओं को साथ लाने की कोशिश, क्या कांग्रेस में फिर से जगेगी एकता की रौशनी?

प्रियंका गांधी लगातार सक्रिय हैं। वह संसद में मोदी सरकार को घेर रही हैं और पार्टी के नाराज़ नेताओं को भी साथ लाने की कोशिश कर रही हैं। उनकी हालिया मुलाकातें कांग्रेस में एकता का नया संदेश देती हैं।

Lalit Sharma
Edited By: Lalit Sharma

National News: कांग्रेस के दो बड़े नेता मनीष तिवारी और शशि थरूर लंबे समय से खामोश नाराज़गी में बताए जा रहे थे। प्रियंका गांधी ने हाल ही में दोनों से मुलाकात की। इससे सियासी हलक़ों में यह चर्चा तेज हो गई कि क्या प्रियंका पार्टी के भीतर टूटे रिश्तों को जोड़ने का नया काम कर रही हैं। मनीष तिवारी से प्रियंका की मुलाकात संसद परिसर में हुई, जिसकी वीडियो भी सामने आई। वहीं शशि थरूर के साथ उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर चर्चा में रही। इन तस्वीरों ने इस सवाल को जन्म दिया कि प्रियंका क्या सचमुच पार्टी के भीतर नाराज़ चेहरों को मनाने का अभियान चला रही हैं।

संसद में जब ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा हो रही थी, तब तिवारी और थरूर को बोलने का मौक़ा नहीं दिया गया। दोनों नेता विदेश में इस विषय पर भारत का पक्ष रख चुके थे। लेकिन सदन में चुप करा दिए जाने से उनकी नाराज़गी खुलकर सामने आ गई।

मोदी का कांग्रेस पर वार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में इस नाराज़गी का ज़िक्र किया। उन्होंने बिना नाम लिए कांग्रेस पर तंज कसा कि कुछ नेताओं को बोलने तक नहीं दिया गया। शशि थरूर उस वक्त मुस्कुराते दिखे। इससे मामला और भी सियासी रंग ले बैठा।

प्रियंका का सक्रिय अंदाज़

वायनाड से सांसद बनने के बाद प्रियंका गांधी संसद में लगातार सक्रिय हैं। वह मोदी सरकार पर तीखे हमले करती दिख रही हैं। साथ ही पार्टी के भीतर मान-मनौव्वल की ज़िम्मेदारी भी उठाए हुए हैं। यही वजह है कि उनकी हर मुलाकात पर मीडिया की नज़र रहती है।

तिवारी की ख्वाहिश अधूरी

रिपोर्ट्स के मुताबिक मनीष तिवारी ने पार्टी को पत्र लिखकर ऑपरेशन सिंदूर पर बोलने की इच्छा जताई थी। लेकिन मंच दूसरों को दिया गया। थरूर ने भी सिंदूर बहस से दूरी बनाई और कहा कि वह भारतीय बंदरगाह विधेयक पर बोलना चाहते हैं।

कांग्रेस के लिए चुनौती

प्रियंका गांधी की कोशिशें यह दिखाती हैं कि पार्टी के भीतर टूटे मनोबल और नाराज़ नेताओं को साथ लाना एक बड़ी चुनौती है। कांग्रेस आने वाले समय में अगर सरकार के खिलाफ मज़बूत विपक्ष दिखाना चाहती है, तो उसे अपने ही घर को पहले मज़बूत करना होगा।

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21 August 2025, 12:30 PM IST

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