जर्मनी में राहुल गांधी का बड़ा आरोप, भारत की संस्थाओं पर 'फुल-स्केल अटैक'
कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के जर्मनी दौरे के दौरान दिए गए बयानों पर एक बार फिर राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया है. बर्लिन में एक कार्यक्रम में, उन्होंने आरोप लगाया कि भारत की संस्थाओं पर "फुल-स्केल अटैक" हो रहा है, जिस पर भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.

नई दिल्ली: जर्मनी दौरे पर गए कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बयान एक बार फिर सियासी तूफान का कारण बन गए हैं. बर्लिन में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने भारत की संस्थाओं पर "फुल-स्केल अटैक" का आरोप लगाया, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी के बयानों को भारत विरोधी बताते हुए उन पर विदेश जाकर देश की छवि खराब करने का आरोप लगाया.
जर्मनी में राहुल गांधी का बयान
राहुल गांधी ने बर्लिन स्थित हर्टी स्कूल (Hertie School) में "Politics Is The Art Of Listening" विषय पर व्याख्यान देते हुए कहा कि भारत के संस्थागत ढांचे पर व्यापक हमला हो रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने जांच एजेंसियों - ईडी और सीबीआई को राजनीतिक हथियार बना दिया है.
#WATCH | Berlin, Germany | Lok Sabha LoP Rahul Gandhi says, "There is a wholesale capture of our institutional framework. Our intelligence agencies, ED and CBI have been weaponised. ED and CBI have zero cases against BJP and most of the political cases are against the people who… pic.twitter.com/ffaoEamAPI
— ANI (@ANI) December 22, 2025
राहुल गांधी ने दावा किया कि इन एजेंसियों के पास भाजपा के खिलाफ लगभग कोई मामला नहीं है, जबकि विपक्षी दलों और सरकार का विरोध करने वालों पर लगातार कार्रवाई की जाती है. उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई कारोबारी कांग्रेस का समर्थन करता है, तो उसे डराया-धमकाया जाता है.
चुनाव प्रक्रिया पर सवाल
राहुल गांधी ने भारत की चुनाव प्रक्रिया को लेकर भी गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि 2024 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत हुई थी, लेकिन नतीजे उनके पक्ष में नहीं आए. इसके अलावा उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 को भी "निष्पक्ष नहीं" बताया.
उन्होंने डुप्लीकेट वोटरों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि कांग्रेस ने चुनाव आयोग से इस पर सवाल पूछे, लेकिन आयोग की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला. राहुल गांधी के अनुसार, भाजपा लोकतांत्रिक व्यवस्था पर विश्वास नहीं करती और समाज को बराबरी की नजर से नहीं देखती.
दो विचारधाराओं की लड़ाई
राहुल गांधी ने कहा कि भारत में दो अलग-अलग विचारधाराओं के बीच संघर्ष चल रहा है. एक तरफ वह सोच है, जो देश को एक व्यक्ति की इच्छा से चलाना चाहती है, जबकि दूसरी तरफ वह दृष्टि है जो भारत को संवाद, विविधता और राज्यों के बीच बातचीत से आगे बढ़ता देखना चाहती है. उन्होंने चेतावनी दी कि मौजूदा विचारधारा से देश में तनाव बढ़ेगा और लोग आपस में लड़ेंगे.
भाजपा का तीखा पलटवार
राहुल गांधी के बयान पर भाजपा ने कड़ा रुख अपनाया. केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने कहा कि राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष नहीं, बल्कि "एंटी-इंडिया लीडर" की तरह व्यवहार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अभी भी एक जिम्मेदार नेता की तरह नहीं, बल्कि एक बच्चे की तरह बर्ताव करते हैं.
भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने भी राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि जो व्यक्ति भारत से प्रेम करता है, वह देश की विफलता की बात नहीं कर सकता. उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी विदेश जाकर भारत के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
जर्मनी का विवादित जर्मनी दौरा
राहुल गांधी इन दिनों पांच दिवसीय जर्मनी दौरे पर हैं. उनके बयानों ने न सिर्फ भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी राजनीतिक बहस छेड़ दी है. जहां कांग्रेस इसे लोकतंत्र की रक्षा की आवाज बता रही है, वहीं भाजपा इसे देश की छवि को नुकसान पहुंचाने वाला कदम बता रही है.


