'मेरा पोता बेगुनाह है...' कहते कहते चल बसीं राज कुशवाहा की दादी, हार्ट अटैक से हुई मौत
Raja Raghuvanshi Murder Case: मेघालय हनीमून मर्डर केस में गिरफ्तार राज कुशवाहा की दादी राम लल्ली का हार्ट अटैक से निधन हो गया. 74 वर्षीय बुजुर्ग गिरफ्तारी के बाद से बीमार थीं और लगातार यही कह रही थीं कि उनका पोता निर्दोष है और उसे फंसाया जा रहा है.

Raja Raghuvanshi Murder Case: मेघालय हनीमून मर्डर केस में गिरफ्तार राज कुशवाहा की दादी राम लल्ली का बुधवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. 74 वर्षीय बुजुर्ग महिला की तबीयत राज की गिरफ्तारी के बाद से लगातार बिगड़ रही थी. परिवार का कहना है कि वह खाना-पीना छोड़ चुकी थीं और हर वक्त यही कहती थीं कि "मेरा पोता निर्दोष है, उसे फंसाया गया है."
घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है. परिवार का कहना है कि राज ही घर का इकलौता कमाने वाला सदस्य था और उस पर लगे आरोप पूरी तरह झूठे हैं. पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है, जिसमें राज और मृतक राजा रघुवंशी की पत्नी सोनम के बीच कथित संबंधों की भी पड़ताल हो रही है.
राज की गिरफ्तारी के बाद छोड़ दिया खाना पीना
रामपुर गांव स्थित घर में राम लल्ली ने अंतिम सांस ली. उनके पति दरबारी सिंह ने बताया, "राज की गिरफ्तारी के बाद से उन्होंने खाना-पीना छोड़ दिया था. लगातार बीमार चल रही थीं और बुधवार को उन्हें हार्ट अटैक आया." पड़ोसी रामू सिंह ने कहा, "वो हमेशा कहती थीं कि राज बेगुनाह है और उसे जानबूझकर फंसाया गया है."
गिरफ्तारी के बाद से बिगड़ती गई तबीयत
राज की दादी की हालत उस दिन से बिगड़ने लगी थी, जब से उन्होंने टीवी पर देखा कि उनका पोता मर्डर केस में गिरफ्तार हुआ है. उन्होंने रिपोर्टर्स से भी कहा था, "राज का किसी से कोई अफेयर नहीं था. सोनम ने अपने पति को मरवाया और अब राज को इसमें घसीटा जा रहा है. राज तो बस सोनम के भाई की फैक्ट्री में काम करता था."
राज पर लगाए इलजाम बेबुनियाद
राज के दादा दरबारी सिंह ने कहा कि राज के पिता की मौत के बाद से वही परिवार का इकलौता सहारा था. "वो अपनी मां और तीन बहनों को संभाल रहा था. पिछले 15 सालों से इंदौर में काम कर रहा है. कभी किसी लड़की से उसका नाम नहीं जुड़ा. ये सारी बातें बेबुनियाद हैं. हम निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं."
बहन और मां ने लगाई रिहाई की गुहार
राज की बहन ने मीडिया को बताया, "मेरा भाई रोज अपनी फैक्ट्री जाता था. आप ऑफिस वालों से पूछ सकते हैं." वहीं, मां ने कहा, "मेरा बेटा ऐसा कुछ कर ही नहीं सकता. वह सिर्फ 20 साल का है और सोनम के भाई की फैक्ट्री में काम करता था." बहन ने मांग की, "मुझे बस इतना चाहिए कि मेरे भाई को रिहा किया जाए. वह इस हत्या में शामिल नहीं है." मां ने सरकार से अपील की, "मेरे बेटे को निर्दोष साबित किया जाए."
पुलिस जांच में सामने आया अफेयर एंगल
राजा रघुवंशी के भाई विपुल ने दावा किया कि सोनम और राज के बीच लगातार फोन पर बातचीत होती थी. उन्होंने कहा, "राज सोनम के यहां काम करता था. दोनों के बीच लगातार बातचीत होती रहती थी." ईस्ट खासी हिल्स के एसपी विवेक सईम ने भी कहा, "हां, ऐसा लगता है. इतने दिनों तक वह सामने नहीं आईं, लेकिन जैसे ही राज पकड़ा गया, वह अचानक सामने आ गई. यह अपने आप में बहुत कुछ कहता है."