Raja Raghuvanshi Murder Case: पति की हत्या, फिर नकली मौत का ड्रामा... सोनम और राज की खौफनाक प्लानिंग
Raja Raghuvanshi Murder Case: इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या ने एक चौंकाने वाली साजिश को उजागर किया है. पत्नी सोनम और उसके प्रेमी राज कुशवाहा ने मिलकर न सिर्फ राजा की हत्या की, बल्कि फरारी के लिए उसकी नकली मौत का नाटक रचने की भी योजना बनाई थी.

Raja Raghuvanshi Murder Case: इंदौर के व्यापारी राजा रघुवंशी की हत्या के पीछे एक दिल दहला देने वाली साजिश का खुलासा हुआ है. पुलिस के मुताबिक राजा की पत्नी सोनम और उसका प्रेमी राज कुशवाहा इस पूरे हत्या कांड के मास्टरमाइंड थे. इस खतरनाक साजिश में न सिर्फ पति की हत्या की गई, बल्कि एक अन्य महिला की लाश को जला कर सोनम की मौत का झूठा नाटक रचने की योजना भी बनाई गई थी.
मेघालय पुलिस के अनुसार, राजा रघुवंशी की हत्या की योजना सोनम की शादी से पहले ही इंदौर में तैयार कर ली गई थी. सोनम ने बुर्का पहनकर फरारी की योजना बनाई, जबकि उसका प्रेमी राज किसी भी महिला की हत्या कर उसकी लाश को सोनम बताकर सबूत मिटाने की तैयारी कर रहा था. इस हत्या में राज और सोनम के साथ तीन अन्य लोग भी शामिल थे.
इंदौर में की हत्या की प्लानिंग
ईस्ट खासी हिल्स जिले के एसपी विवेक सिएम ने बताया कि राजा और सोनम 11 मई को शादी के बाद मेघालय के शोरा क्षेत्र में घूमने आए थे. 23 मई को दोनों लापता हो गए और 2 जून को राजा का शव वेसाडोंग फॉल्स की खाई में मिला. इसके बाद जांच में बड़ा खुलासा हुआ.
पुलिस के मुताबिक, "साजिश इंदौर में फरवरी से ही रची जा रही थी. योजना थी कि राजा की हत्या के बाद सोनम फरार हो जाए और लोगों को लगे कि वह भी किसी नदी में बह गई या फिर किसी और महिला की जली हुई लाश को सोनम की बता दिया जाए."
राजा को मारने का समय और तरीका
एसपी सिएम ने बताया कि हत्या 23 मई को दोपहर 2 से 2:18 बजे के बीच हुई. राजा और सोनम के साथ तीन अन्य लोग वेसाडोंग फॉल्स पहुंचे. वहीं, इन तीनों ने एक मछेती से राजा की हत्या की. यह सब कुछ सोनम की मौजूदगी में हुआ. हत्या के बाद सोनम ने अपना खून लगा रेनकोट दोस्त आकाश को दे दिया और वे स्कूटर से भाग निकले. रेनकोट और स्कूटर को बाद में पुलिस ने बरामद किया.
बुर्के में फरार हुई सोनम
राज कुशवाहा ने अपने दोस्त विशाल के जरिए सोनम को एक बुर्का दिलवाया. इसके बाद सोनम पुलिस बाजार गई, वहां से टैक्सी से गुवाहाटी, फिर बस से सिलीगुड़ी, पटना, आरा और फिर ट्रेन से लखनऊ पहुंची. इसके बाद वह बस से इंदौर लौटी.
नकली अपहरण का प्लान
राज ने सोनम को सलाह दी कि वह इंदौर छोड़ दे और सिलीगुड़ी में खुद को अगवा बताकर सामने आए. लेकिन 8 जून को जब यूपी में आकाश की गिरफ्तारी हुई तो राज घबरा गया और सोनम को अपने परिवार से संपर्क करने को कहा. एसपी ने बताया, "उसने कहा कि वह अपहरणकर्ताओं से किसी तरह बचकर भागी है. इसी बहाने वह 9 जून को गाज़ीपुर में सामने आई और मामला खुला."
हत्या में शामिल थे दोस्त
तीनों अन्य आरोपी विशाल, आकाश और आनंद राज के दोस्त थे. पुलिस के मुताबिक, यह पारंपरिक कॉन्ट्रैक्ट किलिंग नहीं थी, बल्कि दोस्तों ने राज की मदद के लिए यह खतरनाक कदम उठाया. राज ने उन्हें खर्च के लिए ₹50,000 दिए थे.
पुलिस ने बताया कि सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और क्राइम सीन का रीकंस्ट्रक्शन किया जाएगा. पुलिस को पूरा विश्वास है कि 90 दिनों के भीतर चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी. सभी पांच आरोपियों को बुधवार को आठ दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया.


