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Auto से गिर गई थी, नहीं हुआ रेप... IIM कोलकाता रेप केस में पीड़िता के पिता ने दिया हैरान कर देने वाला बयान

कोलकाता में भारतीय प्रबंधन संस्थान(IIM) के द्वितीय वर्ष के छात्र पर एक महिला ने रेप करने का आरोप लगाया था। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में आरोपी छात्र परमानंद जैन को गिरफ्तार भी कर लिया है. इसके साथ ही उसे 7 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया. हालांकि, अब इस केस में नया मोड़ आया है. इस पूरे मामले पर पीड़िता के पिता ने कहा कि मैंने अपनी बेटी से बात की है. उसने यौन उत्पीड़न से मना कर दिया है. उन्होंने कहा कि मेरी बेटी ऑटो रिक्शा से गिर गई थी. आइए जानते है इस खबर को विस्तार से...

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

कोलकाता के एक बड़े मैनेजमेंट कॉलेज IIM-C में एक छात्र पर रेप का गंभीर आरोप लगाया गया है. 24 साल की एक महिला, जो पेशे से एक साइकोलॉजिस्ट है, ने शुक्रवार शाम को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि एक स्टूडेंट ने उसके साथ जबरदस्ती की. महिला की शिकायत मिलते ही पुलिस ने आरोपी छात्र परामानंद तोप्पन्नावर को देर रात कॉलेज के हॉस्टल से गिरफ्तार कर लिया. यह छात्र कर्नाटक के बालीकोट का रहने वाला है और यहां पढ़ाई कर रहा था. लेकिन इस पूरे मामले ने अचानक एक नया मोड़ तब ले लिया जब पीड़िता के पिता ने मीडिया से कहा कि उनकी बेटी के साथ कुछ भी गलत नहीं हुआ है और पुलिस ने उस पर दबाव डालकर शिकायत लिखवाई है. आइए जानते है इस पूरे मामले को विस्तार से... 


ऑनलाइन बातचीत से शुरू हुई मुलाकात

आपको बता दें कि शिकायत के अनुसार, महिला और आरोपी छात्र की पहचान सोशल मीडिया के जरिए हुई थी. बातचीत के दौरान छात्र ने महिला से कहा कि वह मानसिक रूप से परेशान है और उसे काउंसलिंग की ज़रूरत है. इसी बहाने उसने महिला को कॉलेज कैंपस बुलाया. महिला जब दोपहर करीब 11:45 बजे कैंपस पहुंची, तो उसने बताया कि उसे विज़िटर लॉग में एंट्री नहीं करने दी गई. हालांकि, कॉलेज से जुड़े कुछ लोगों का कहना है कि ऐसा नहीं हुआ. इसके बाद छात्र महिला को सीधे अपने हॉस्टल के कमरे में ले गया. उसने कहा कि उसे प्राइवेट बातचीत करनी है इसलिए वह वहीं मिलना चाहता है.

खाने-पीने के बाद बेहोश हो गई थी

महिला का आरोप है कि कमरे में उसे एक स्लाइस पिज्जा और एक ड्रिंक दी गई. जैसे ही उसने वह ड्रिंक पी, उसे चक्कर आने लगे और वह बेहोशी जैसी हालत में पहुंच गई. जब उसने वॉशरूम जाने की बात कही, तो आरोपी ने यह कहकर मना कर दिया कि बाहर लोग उसे किसी लड़की के साथ देख लेंगे, जिससे उसे परेशानी हो सकती है. महिला ने बताया कि बातचीत के दौरान आरोपी ने अचानक उसके बाल खींचे, और जब उसने बचाव में थप्पड़ मारा, तो आरोपी ने उसकी गर्दन और हाथ पकड़ लिए. महिला का कहना है कि इसके बाद उसे कुछ याद नहीं, बस इतना याद है कि आरोपी उसे गलत तरीके से छू रहा था और उसके कपड़े उतार रहा था. जब उसे होश आया, तो वह उसके बिस्तर पर थी.

बेटी का आरोपी छात्र से कोई संबंध नहीं​​​​​​...

इस घटना के बाद महिला किसी तरह वहां से निकली और अपने एक दोस्त को कॉल किया. दोस्त ने उसे सलाह दी कि वह तुरंत पुलिस को सूचना दे. पहले वह ठाकुरपुकुर थाने गई और फिर वहां से उसे हरिदेवपुर पुलिस स्टेशन भेजा गया, जहां मामला दर्ज किया गया. लेकिन इसके बाद मामला और उलझ गया, जब पीड़िता के पिता ने कई न्यूज चैनलों से बात करते हुए कहा कि उनकी बेटी ने बताया था कि वह ऑटो से गिर गई थी और उसे मामूली चोटें आई थीं. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस ने लड़की से जबरदस्ती कुछ बातें लिखवाईं और मेडिकल जांच के समय भी उस पर दबाव डाला गया. पिता का कहना था कि उनकी बेटी का आरोपी छात्र से कोई संबंध नहीं था.

परिवार कोई सहयोग नहीं कर रहा

पुलिस इस पूरे मामले में अपना पक्ष रखते हुए कह रही है कि उन्होंने हर कदम महिला की शिकायत के बाद और कानून के तहत उठाया है. अधिकारियों ने बताया कि वे महिला के घर कई बार गए ताकि उससे और जानकारी मिल सके, लेकिन परिवार कोई सहयोग नहीं कर रहा है. न तो उन्होंने पीड़िता के कपड़े दिए हैं, न ही मोबाइल फोन, और हर बार यही कह रहे हैं कि वह सो रही है. पुलिस का कहना है कि इन चीज़ों के बिना जांच आगे बढ़ाना मुश्किल हो रहा है.

आरोपी छात्र पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज

पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 64 (बलात्कार), 123 (ज़हर या अन्य हानिकारक पदार्थ से नुकसान पहुंचाने की कोशिश), 127(2) (गलत तरीके से बंदी बनाना), 115(2) (जानबूझकर चोट पहुंचाना) और 76 (महिला की इज़्ज़त भंग करने की कोशिश) के तहत केस दर्ज किया है. आरोपी को अदालत में पेश करने के बाद सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है.

कोर्ट में दोनों पक्षों की दलीलें

सरकारी वकील ने कोर्ट में कहा कि आरोपी छात्र पढ़ाई में भले ही होशियार हो, लेकिन उसके व्यवहार से उसकी मानसिक स्थिति पर सवाल उठते हैं. उन्होंने कहा कि वह जांच में सहयोग नहीं कर रहा और सबूतों को नष्ट करने की कोशिश कर सकता है. वहीं, आरोपी के वकील का कहना है कि यह पूरा मामला संदिग्ध है. उन्होंने सवाल उठाया कि महिला सुबह से शाम तक कैंपस में रही और अचानक रात को FIR दर्ज करवाने क्यों गई, वो भी एक दूर के थाने में.

आरोपी के परिवार का दुख

आरोपी छात्र की मां, जो बेटे की गिरफ्तारी की खबर सुनते ही कर्नाटक से कोलकाता पहुंचीं, मीडिया से बात करते हुए रो पड़ीं. उन्होंने कहा कि उनका बेटा ऐसा कभी कर ही नहीं सकता. वह पढ़ाई के लिए इतनी दूर आया था और उसका पूरा भविष्य अब खतरे में है. उन्होंने बताया कि उन्हें यह भी नहीं पता कि पुलिस स्टेशन कहां है या कोर्ट कहां है, बस यही मालूम है कि उनका बेटा निर्दोष है और वे उससे मिलना चाहती हैं.

मेडिकल रिपोर्ट, CCTV फुटेज से खुलेगा सच 

फिलहाल यह मामला पूरी तरह उलझ चुका है. एक तरफ महिला की गंभीर शिकायत है, तो दूसरी तरफ उसका परिवार आरोपों से इनकार कर रहा है. पुलिस कह रही है कि वे कानून के अनुसार काम कर रहे हैं लेकिन उन्हें जांच में सहयोग नहीं मिल रहा. अब यह देखना होगा कि मेडिकल रिपोर्ट, सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल और अन्य सबूत क्या कहते हैं. इसी से तय होगा कि असलियत क्या है और न्याय किसे मिलेगा.

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13 July 2025, 11:08 AM IST

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