क्या जानबूझकर बंद किए गए इंजन? एयर इंडिया क्रैश पर उठे चौंकाने वाले सवाल
अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद क्रैश हुए एयर इंडिया फ्लाइट AI-171 हादसे को लेकर अब जांच एजेंसियों की रिपोर्ट पर सवाल उठने लगे हैं. इस दर्दनाक हादसे में 241 लोगों की जान चली गई थी, लेकिन हाल ही में जारी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट को लेकर एविएशन विशेषज्ञ और पूर्व वायुसेना अधिकारी संजीव कपूर ने गंभीर आपत्ति जताई है.

अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही पलों बाद क्रैश हुए एयर इंडिया फ्लाइट AI 171 हादसे को एक महीना बीत चुका है, जिसमें 241 लोगों की जान चली गई थी. अब इस भीषण दुर्घटना की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट पर ही सवाल उठने लगे हैं. पूर्व वायुसेना अधिकारी और एविएशन एक्सपर्ट संजीव कपूर ने रिपोर्ट को अधूरा और भ्रामक बताते हुए जांच की गंभीरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
कोई पायलट हल्के में Mayday कॉल नहीं करता," ये कहते हुए कपूर ने AAIB (Aircraft Accident Investigation Bureau) की 15-पन्नों की रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में दोनों इंजनों के फेल होने की बात तो है, लेकिन यह नहीं बताया गया कि ऐसा हुआ कैसे?
पायलट ने जानबूझकर फ्यूल कट-ऑफ किया?
AAIB की रिपोर्ट के मुताबिक, क्रैश से कुछ सेकंड पहले कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में दर्ज बातचीत में एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि "फ्यूल सप्लाई क्यों बंद की गई?" रिपोर्ट में दावा है कि दोनों इंजनों के फ्यूल कंट्रोल स्विच RUN से CUTOFF पर एक ही सेकंड में शिफ्ट कर दिए गए, जिससे विमान की पावर खत्म हो गई और वह तेजी से नीचे गिरा.
इस पर कपूर ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कोई समझदार पायलट टेकऑफ के ठीक बाद जानबूझकर फ्यूल कट-ऑफ क्यों करेगा? ये तर्कहीन है." उन्होंने आगे कहा, "विमान ने मैन्युअली टेकऑफ किया, फिर पायलट क्यों 170 डिग्री मोड़कर खुद ही इंजन बंद करेगा? यह बात समझ से बाहर है."
तीन बार Mayday कॉल
रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि विमान गिरने से पहले पायलट ने लगातार तीन बार Mayday कॉल किया था. संजीव कपूर के अनुसार, यह इस बात का संकेत है कि पायलट को स्थिति की भयावहता का अंदाज़ा था और वह आखिरी क्षण तक नियंत्रण में आने की कोशिश कर रहा था.
20 दिन बाद आई रिपोर्ट, फिर भी अधूरी?
कपूर ने रिपोर्ट जारी करने में हुई देरी पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि कॉकपिट डाटा तीन हफ्ते पहले डाउनलोड हो चुका था, फिर भी रिपोर्ट आने में 20 दिन लगे और उसमें भी जरूरी डिटेल नहीं है. उन्होंने इसे "बेहद निराशाजनक" और "पारदर्शिता की कमी" बताया. सिर्फ एक इंजन दोबारा स्टार्ट हुआ, फिर क्रैश हुआ विमान
AAIB के मुताबिक, विमान टेकऑफ के तुरंत बाद पावर लॉस का सामना कर रहा था. जैसे ही इंजन बंद हुए, एक इमरजेंसी Ram Air Turbine (RAT) अपने आप एक्टिव हो गई ताकि न्यूनतम हाइड्रॉलिक पावर मिल सके. क्रू ने दोनों इंजनों को फिर से स्टार्ट करने की कोशिश की, लेकिन सिर्फ एक ही दोबारा चालू हुआ. विमान की स्पीड और ऊंचाई गिरती रही और वह एयरपोर्ट की सीमा से लगे पेड़ों को छूते हुए एक हॉस्टल की इमारत से जा टकराया.
हादसे की गहराई से जांच की मांग
अब जब शुरुआती रिपोर्ट पर ही सवाल उठने लगे हैं, तो यह स्पष्ट है कि दुर्घटना की गहराई से जांच और सभी तकनीकी पहलुओं की दोबारा समीक्षा की आवश्यकता है. देश ने 241 जिंदगियों को खोया है और जवाबदेही सुनिश्चित करना अब एक नैतिक जिम्मेदारी बन चुकी है.


