RCB जश्न पर मातम, CM ने अपने ही पॉलिटिकल सेक्रेटरी को दिखाया बाहर का रास्ता
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बेंगलुरु में RCB विजय परेड के दौरान भगदड़ में 11 लोगों की मौत के बाद अपने राजनीतिक सचिव के. गोविंदराज को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया है. गोविंदराज पर कार्यक्रम की अनुशंसा और गलत जानकारी देने का आरोप लगा है.

आईपीएल 2024 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की ऐतिहासिक जीत का जश्न बेंगलुरु शहर में पूरे जोश से मनाया जा रहा था. लेकिन एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर विजय परेड के दौरान यह खुशी एक दर्दनाक हादसे में बदल गई. भारी भीड़ के कारण मची भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई, जिनमें एक 14 साल की बच्ची भी शामिल थी. हादसे के बाद जश्न की तस्वीरें मातम में बदल गईं और राज्य सरकार में हड़कंप मच गया.
हादसे के तुरंत बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बड़ा कदम उठाते हुए अपने राजनीतिक सचिव और एमएलसी के. गोविंदराज को पद से हटा दिया. सरकार द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाया गया है. सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री को गोविंदराज के रवैये और 'दोहरे बयानों' से नाराजगी थी.
गलत जानकारी और बयानबाज़ी पर गिरी गाज
हादसे से पहले मुख्यमंत्री आवास पर एक अहम बैठक हुई थी, जिसमें पुलिस कमिश्नर ने तीन बड़े कार्यक्रमों को एक साथ आयोजित करने की इजाजत देने से साफ इनकार किया था. लेकिन गोविंदराज ने RCB की विजय परेड के पक्ष में सिफारिश की. हैरानी की बात यह रही कि बाद में एक अखबार में गोविंदराज ने दावा किया कि उन्होंने तो परेड की मंजूरी का विरोध किया था. यही 'दोहरा रवैया' मुख्यमंत्री को खटक गया.
पुलिस पर दबाव डालने का आरोप
सूत्रों का कहना है कि गोविंदराज ने कुछ VIP चेहरों को बचाने के लिए पुलिस पर दबाव बनाने की कोशिश भी की थी. इसी वजह से मुख्यमंत्री ने बिना देर किए उन्हें पद से हटा दिया. हालांकि गोविंदराज ने अपनी सफाई में कहा कि मीडिया ने उनका बयान तोड़-मरोड़ कर पेश किया.
RCB और इवेंट कंपनी के अधिकारी गिरफ्तार
इस हादसे के सिलसिले में शुक्रवार को RCB के मार्केटिंग हेड निखिल सोसाले को बेंगलुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया. साथ ही DNA एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के तीन अधिकारी, जिनमें वाइस प्रेसिडेंट सुनील मैथ्यू भी शामिल हैं, गिरफ्तार हुए. यह कंपनी IPL आयोजनों से जुड़ी व्यवस्थाएं देखती है.
बीजेपी ने सरकार पर बोला हमला
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने पूछा कि जब पुलिस ने कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी थी, तो लाखों लोगों की मौजूदगी वाला आयोजन कैसे हो गया? साथ ही उन्होंने डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार की भूमिका पर भी सवाल उठाया, जो खुद स्टेडियम पहुंचे और ट्रॉफी थामते दिखे.
हादसे के बाद उठे कई सवाल
RCB की जीत पर पूरे शहर में खुशी का माहौल था, लेकिन अव्यवस्था और लापरवाही ने इस जश्न को मातम में बदल दिया. अब सवाल ये है कि क्या इस हादसे से सबक लेकर आगे के आयोजनों में सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी, या फिर सियासत ही आगे चलती रहेगी?


