अमेरिका में पाक डेलीगेशन को मिली नसीहत, जैश पर लो एक्शन
सांसद ब्रैड शेरमैन ने पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल से आग्रह किया कि वे डॉ. शकील अफरीदी की रिहाई की वकालत करें, जिन्होंने ओसामा बिन लादेन को ढूंढने में अमेरिका की मदद की थी. शेरमैन ने कहा कि अफरीदी की रिहाई 9/11 के पीड़ितों के लिए एक प्रतीकात्मक न्याय होगा.

पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल हाल ही में वाशिंगटन पहुंचा, जहां उसकी अमेरिकी सांसद ब्रैड शेरमैन से मुलाकात हुई. लेकिन यह मुलाकात पाकिस्तान के लिए समर्थन की बजाय सख्त चेतावनी में बदल गई. शेरमैन ने आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाने और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की स्पष्ट मांग रखी.
यह दौरा ऐसे समय हुआ जब कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में भारतीय सांसदों का एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भी वाशिंगटन में था. भारतीय प्रतिनिधिमंडल, हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके जवाब में भारत द्वारा शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में अमेरिकी अधिकारियों को अवगत करा रहा है. ऐसे में भुट्टो का अमेरिका दौरा अलग ही दबाव में आ गया.
जैश-ए-मोहम्मद पर कड़ा रुख
ब्रैड शेरमैन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया कि उन्होंने पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल से जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों पर सख्ती से कार्रवाई करने को कहा. उन्होंने याद दिलाया कि यही समूह 2002 में वॉल स्ट्रीट जर्नल के पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या के लिए जिम्मेदार था. पर्ल के हत्यारे उमर सईद शेख को पाकिस्तान में सजा हुई, लेकिन आज भी यह संगठन सक्रिय है.
UN महासचिव से मिलकर भी नहीं मिला समर्थन
बिलावल भुट्टो और उनके साथियों ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस से मुलाकात की और कश्मीर मुद्दे को उठाने की कोशिश की. लेकिन अमेरिका ने साफ कर दिया कि पाकिस्तान को पहले अपने घर में पनप रहे आतंक को खत्म करना होगा.
अल्पसंख्यकों की स्थिति पर गंभीर चिंता
शेरमैन ने पाकिस्तान में ईसाई, हिंदू और अहमदिया मुसलमानों की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में इन समुदायों को बिना डर, हिंसा या भेदभाव के अपने धार्मिक अधिकारों का प्रयोग करने देना चाहिए.
डॉ. शकील अफरीदी की रिहाई की मांग
अमेरिकी सांसद ने एक और गंभीर मुद्दा उठाया—डॉ. शकील अफरीदी की रिहाई. अफरीदी वह डॉक्टर हैं, जिन्होंने सीआईए की मदद से ओसामा बिन लादेन की पहचान में भूमिका निभाई थी. उन्हें 2011 के बाद पाकिस्तान में गिरफ्तार कर लिया गया और 2012 में 33 साल की सजा सुनाई गई.
अमेरिका ने दिखाया सख्त रुख
इस पूरी मुलाकात में स्पष्ट संदेश था कि पाकिस्तान को अब सिर्फ बयानों से नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई से दुनिया को दिखाना होगा कि वह आतंकवाद और कट्टरपंथ के खिलाफ है. वाशिंगटन ने इस बार पाकिस्तान को पुरानी नीतियों पर न चलने की सख्त चेतावनी दी है.


