भारत-म्यांमार बॉर्डर पर बढ़ा तनाव, सुरक्षाबलों ने दिया करारा जवाब
अरुणाचल प्रदेश के लोंगडिंग जिले में भारत-म्यांमार सीमा पर तनाव बढ़ गया है. सुरक्षाबलों को पोंगचौ सर्कल में अज्ञात कैडर्स की गतिविधि की सूचना मिली, जिसके बाद सघन सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. सीमा पर हर संदिग्ध हलचल पर पैनी नजर रखी जा रही है.

भारत-पाकिस्तान सीमा पर हाल के दिनों में देखे गए तनाव के बाद अब भारत के एक और इंटरनेशनल बॉर्डर पर हालात गंभीर हो गए हैं. अरुणाचल प्रदेश और म्यांमार सीमा पर सुरक्षा चिंताओं के बीच भारतीय सुरक्षा बलों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ऑपरेशन छेड़ दिया है. यह कदम लोंगडिंग जिले के पोंगचौ सर्कल में अज्ञात कैडर्स की संदिग्ध गतिविधियों की सूचना के बाद उठाया गया.
5 जून 2025 को जैसे ही सुरक्षाबलों को पोंगचौ सर्कल के पास संदिग्ध कैडर्स की मौजूदगी की जानकारी मिली, उन्होंने तुरंत सीमावर्ती इलाकों में गश्त बढ़ा दी. इन इलाकों में घने जंगलों के बीच जब जवानों ने हलचल महसूस की, तो उन्होंने संदिग्धों को चुनौती दी. जवाब में उधर से भारी गोलीबारी शुरू हो गई. इस पर सुरक्षाबलों ने भी करारा जवाब देते हुए फायरिंग की.
अरुणाचल में घुसपैठ की कोशिश
घंटों चली इस मुठभेड़ के बाद अज्ञात कैडर्स म्यांमार सीमा की ओर भाग निकले और घने जंगलों की आड़ लेते हुए बॉर्डर पार कर गए. इसके बाद भारतीय सुरक्षा बलों ने इलाके की सघन तलाशी ली, लेकिन कैडर्स अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने में सफल रहे. यह घटना भारत-म्यांमार सीमा पर मौजूद खतरे और सतर्कता की ज़रूरत को दर्शाती है.
मणिपुर में पहले ही 10 आतंकी मारे जा चुके
अरुणाचल से पहले 14 मई को मणिपुर के चंदेल जिले में भी बड़ी मुठभेड़ हुई थी. चंदेल, म्यांमार के साथ सीमा साझा करता है. यहां असम राइफल्स की एक टीम पर भारी गोलीबारी की गई थी. जवाबी कार्रवाई में सेना ने 10 आतंकवादियों को ढेर कर दिया था. इन संदिग्धों की पहचान सीमा पार सक्रिय उग्रवादी गुटों से जुड़े लोगों के रूप में की जा रही है. रक्षा प्रवक्ता के मुताबिक, मारे गए सभी लोग सीमा पार से आतंकी गतिविधियों में शामिल थे. प्रारंभिक जांच के बाद उनकी पहचान की पुष्टि की जा रही है.
भारत-म्यांमार सीमा पर अलर्ट मोड
भारत की चार पूर्वोत्तर राज्य—अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, नागालैंड और मिज़ोरम—म्यांमार से लगती सीमा साझा करते हैं. मौजूदा घटनाओं के मद्देनज़र इन इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. सीमा पार आतंकवाद और उग्रवादी गतिविधियों को रोकने के लिए खुफिया एजेंसियां और नागरिक प्रशासन सतत निगरानी कर रहे हैं.
सुरक्षा बलों ने दो टूक संकेत दिए हैं कि भारत अपनी सीमाओं पर किसी भी प्रकार की घुसपैठ या आतंकी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगा. अरुणाचल और मणिपुर की घटनाएं इस बात का स्पष्ट संकेत हैं कि भारत अब किसी भी चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है.


