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'मोदी जी, आप हमें इस जनम में नहीं हरा सकते!': दिल्ली में हार के बाद केजरीवाल का पुराना दावा हो रहा अब वायरल- Video

'मोदी जी, आप इस जीवनकाल में AAP को नहीं हरा सकते!' – ये शब्द खुद अरविंद केजरीवाल के हैं, लेकिन दिल्ली चुनाव के नतीजे कुछ और ही कहानी कह रहे हैं. बीजेपी ने 27 साल बाद धमाकेदार वापसी की और अरविंद केजरीवाल अपनी ही सीट नई दिल्ली से चुनाव हार गए. अब सोशल मीडिया पर केजरीवाल का पुराना वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि 'बीजेपी हमें चुनावों से नहीं हरा सकती!' लेकिन नतीजों ने इस बयान को गलत साबित कर दिया. आखिर ऐसा क्या हुआ कि AAP की पकड़ कमजोर हो गई? मोदी फैक्टर, भ्रष्टाचार के आरोप, मध्यम वर्ग की नाराजगी या फिर कुछ और? जानिए पूरी कहानी इस खास रिपोर्ट में!

Aprajita
Edited By: Aprajita

Viral Video: दिल्ली चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं और इस बार नजारा कुछ अलग ही है. 27 साल के इंतजार के बाद बीजेपी ने दिल्ली की सत्ता में शानदार वापसी की है. अरविंद केजरीवाल, जो लगातार चौथी बार नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़े थे, इस बार भाजपा नेता प्रवेश साहिब सिंह वर्मा से हार गए. इसी के साथ आम आदमी पार्टी (AAP) को करारी शिकस्त मिली और भाजपा ने राजधानी को भगवा रंग में रंग दिया.

लेकिन इस हार के बीच सोशल मीडिया पर एक पुराना वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. ये वीडियो खुद अरविंद केजरीवाल का है, जिसमें उन्होंने 2023 में एक जनसभा के दौरान दावा किया था कि "मोदी जी, आप इस जीवनकाल में AAP को नहीं हरा सकते!" लेकिन नतीजों ने इस दावे को पूरी तरह से गलत साबित कर दिया.

क्या कहा था केजरीवाल ने? अब क्यों हो रहा है वायरल?

2023 में एक रैली के दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा था –"भाजपा की मंशा हमारी सरकार गिराने की है और नरेंद्र मोदी जी इस तरह दिल्ली में सरकार बनाना चाहते हैं. लेकिन वो जानते हैं कि चुनावों के जरिए वे हमें हरा नहीं सकते. मैं नरेंद्र मोदी जी से कहना चाहता हूं कि आप इस जीवन में हमें नहीं हरा सकते, हमें हराने के लिए आपको दूसरा जन्म लेना होगा!" लेकिन अब जब चुनाव के नतीजे आ चुके हैं, तो ये वीडियो बीजेपी समर्थकों के बीच खूब शेयर किया जा रहा है. लोग इसे "राजनीति का सबसे बड़ा यू-टर्न" कह रहे हैं.

दिल्ली का बदला सियासी नक्शा – 26 साल बाद BJP की वापसी

दिल्ली में इस बार वोटरों ने एक नया इतिहास लिखा है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली की 70 सीटों में से भाजपा 48 सीटों पर आगे रही, जबकि आप सिर्फ 22 सीटों पर सिमट गई. ये नतीजे साबित करते हैं कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की पकड़ अब कमजोर हो चुकी है. सबसे बड़ा झटका खुद अरविंद केजरीवाल को लगा, जो नई दिल्ली सीट से बीजेपी के प्रवेश वर्मा से हार गए. इसके अलावा AAP के बड़े नेता मनीष सिसोदिया भी जंगपुरा सीट से बीजेपी के तरविंदर सिंह मारवाह से चुनाव हार गए.

कांग्रेस का हुआ सफाया, शीला दीक्षित का दौर भी गया

अगर कांग्रेस की बात करें, तो उसका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा. कभी शीला दीक्षित के नेतृत्व में दिल्ली पर 15 साल तक राज करने वाली कांग्रेस इस बार पूरी तरह से हाशिए पर चली गई. नतीजे बताते हैं कि अब दिल्ली में कांग्रेस की कोई खास जमीन नहीं बची है.

केजरीवाल की हार के पीछे क्या वजहें रहीं?

इस चुनाव में कई फैक्टर रहे, जिन्होंने AAP को नुकसान पहुंचाया –

मोदी फैक्टर – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता दिल्ली में सबसे बड़ा गेम-चेंजर साबित हुई.
➢ मुफ्त योजनाओं का मास्टरस्ट्रोक – भाजपा ने ऐलान किया कि AAP की मुफ्त सुविधाएं जारी रहेंगी, जिससे गरीब वर्ग बीजेपी की तरफ झुक गया.
➢ मध्यम वर्ग की नाराजगी – AAP सरकार पर सिर्फ झुग्गीवासियों के लिए काम करने के आरोप लगे, जिससे मध्यम वर्ग बीजेपी के साथ चला गया.
➢ भ्रष्टाचार के आरोप – AAP के कई नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे, जिससे पार्टी की छवि को नुकसान हुआ.
➢ ध्रुवीकरण की राजनीति – दिल्ली के दंगा प्रभावित इलाकों में बीजेपी को जबरदस्त फायदा हुआ.

अब आगे क्या?

इस जीत के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं में जबरदस्त जोश है, जबकि AAP के लिए ये नतीजे किसी बड़े झटके से कम नहीं. केजरीवाल की साख को तगड़ा नुकसान हुआ है और अब ये देखना दिलचस्प होगा कि AAP इस हार से कैसे उबरती है. क्या दिल्ली की राजनीति में अब नया दौर शुरू हो चुका है? क्या केजरीवाल इस हार के बाद अपनी रणनीति बदलेंगे? और सबसे बड़ा सवाल – क्या AAP की सरकार दोबारा दिल्ली में लौट पाएगी? दिल्ली की राजनीति के इस बड़े उलटफेर पर आपकी क्या राय है? कमेंट में बताएं!

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08 February 2025, 04:09 PM IST

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