पिछले साल जुलाई में गया अमेरिका, ट्रंप ने किया डिपोर्ट...अब फ्यूचर को लेकर सता रहा यह डर
भारत के 112 अवैध प्रवासियों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान रविवार देर रात अमृतसर हवाई अड्डे पर पहुंचा. अवैध प्रवासियों के खिलाफ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कार्रवाई के तहत निर्वासित लोगों को भारत लाने वाला यह तीसरा विमान था. 112 निर्वासित लोगों में से 44 हरियाणा से, 33 गुजरात से, 31 पंजाब से, दो उत्तर प्रदेश से और एक-एक उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से हैं.

अमृतसर में रोहित ने जुलाई 2024 में एक ‘ट्रैवल एजेंट’ के कानूनी रूप से अमेरिका में प्रवेश दिलाने का वादा करने के बाद बेहतर भविष्य की तलाश में सफर शुरू किया, लेकिन यह प्रयास उस समय विफल हो गया जब उन्हें कुछ अन्य अवैध भारतीय प्रवासियों के साथ निर्वासित कर दिया गया. रविवार रात अमेरिकी सैन्य विमान से वापस भेजे गए निर्वासित व्यक्तियों में रोहित भी शामिल हैं.
पंजाब-हिमाचल प्रदेश सीमा पर कांगड़ा जिले के मिलवान गांव के निवासी रोहित ने अपने परिवार की किस्मत बदलने की उम्मीद में जुलाई 2024 में अमेरिका की यात्रा शुरू की थी, लेकिन महीनों की कठिनाई के बाद उन्हें वापस निर्वासित कर दिया गया है.
112 प्रवासी भारतीयों को लेकर पहुंचा तीसरा विमान
भारत के 112 अवैध प्रवासियों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान रविवार देर रात अमृतसर हवाई अड्डे पर पहुंचा. अवैध प्रवासियों के खिलाफ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कार्रवाई के तहत निर्वासित लोगों को भारत लाने वाला यह तीसरा विमान था.
सूत्रों ने बताया कि 112 निर्वासित लोगों में से 44 हरियाणा से, 33 गुजरात से, 31 पंजाब से, दो उत्तर प्रदेश से और एक-एक उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से हैं.
एजेंट ने दिया था वीजा का आश्वासन
रोहित ने कहा कि वह अमृतसर के एक ट्रैवल एजेंट के संपर्क में थे, जिसने उन्हें वैध अमेरिकी वीजा का आश्वासन दिया था. एजेंट ने शुरू में उन्हें दुबई भेजने का वादा किया और कहा कि वहां से अमेरिका के लिए उनके वीजा की व्यवस्था की जाएगी.
रोहित ने कहा कि जब वह दुबई पहुंचे तो उन्होंने खुद को कई अन्य युवाओं के बीच पाया, जो फंसे हुए थे और अनिश्चित काल से अपने वीजा का इंतजार कर रहे थे. घर पर अकेली अपनी मां को परेशान न करने के लिए उन्होंने उन्हें घटना के बारे में नहीं बताने का फैसला किया.