अली खान महमूदाबाद कौन हैं? ऑपरेशन सिंदूर पर टिप्पणी के बाद गिरफ्तार, अशोका यूनिवर्सिटी में हैं प्रोफेसर
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणियों के चलते अशोका यूनिवर्सिटी के राजनीतिक विज्ञान विभागाध्यक्ष अली खान महमूदाबाद को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन पर देशद्रोह, सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और धार्मिक भावनाएं आहत करने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं.

ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणियों के चलते अशोका यूनिवर्सिटी के राजनीतिक विज्ञान विभागाध्यक्ष अली खान महमूदाबाद को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन पर देशद्रोह, सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और धार्मिक भावनाएं आहत करने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं.
यह गिरफ्तारी उस वक्त हुई जब भारत ने 8 मई को पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया था. महमूदाबाद ने अगले ही दिन एक पोस्ट में इस अभियान पर टिप्पणी की थी, जिसे लेकर भाजपा युवा मोर्चा के हरियाणा महासचिव योगेश जठेड़ी ने शिकायत दर्ज कराई.
कौन हैं अली खान महमूदाबाद?
अली खान महमूदाबाद का जन्म 2 दिसंबर 1982 को हुआ था। वे एक प्रतिष्ठित राजनीतिक और शाही परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता मोहम्मद आमिर मोहम्मद खान, जिन्हें राजा साहब महमूदाबाद के नाम से भी जाना जाता था, ने 'एनिमी प्रॉपर्टी एक्ट' के तहत जब्त की गई संपत्तियों को वापस पाने के लिए दशकों तक कानूनी लड़ाई लड़ी थी. उनके दादा मोहम्मद आमिर अहमद खान, विभाजन से पहले मुस्लिम लीग के प्रभावशाली नेता और महमूदाबाद रियासत के अंतिम राजा थे.
शिक्षा और लेखन में भी दमदार पहचान
अली खान ने लखनऊ के ला मार्टिनियर स्कूल से पढ़ाई की और फिर यूके के किंग्स कॉलेज स्कूल और विनचेस्टर कॉलेज से शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से इतिहास में एम.फिल और पीएचडी की डिग्री ली और सीरिया के दमिश्क विश्वविद्यालय से अरबी भाषा सीखी. वे एक लेखक, कवि और राजनीतिक मामलों पर टिप्पणीकार भी हैं. उनका लेखन नेशनल जियोग्राफिक समेत कई प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुका है.
राजनीति में भी हाथ आजमाया
2017 में उन्होंने समाजवादी पार्टी जॉइन की थी। उनके ससुर हसीब द्राबू जम्मू-कश्मीर सरकार में मंत्री रह चुके हैं.
आखिर क्यों हुई गिरफ्तारी? 8 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने आतंकी ठिकानों पर करारा प्रहार किया था. इस पर अली खान महमूदाबाद ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि "हिंदुत्व समर्थक लोग एक मुस्लिम महिला अधिकारी
कर्नल सोफिया कुरैशी
इस टिप्पणी को लेकर राज्य महिला आयोग ने स्वतः संज्ञान लेते हुए कार्रवाई शुरू की और आरोप लगाया कि इससे सशस्त्र बलों में महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंची है और सांप्रदायिक तनाव भी बढ़ सकता है. कुछ दिन पहले ही उन्हें समन भेजा गया था, जिसके बाद रविवार को पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया.
अशोका यूनिवर्सिटी का बयान
अशोका यूनिवर्सिटी ने कहा, "हमें यह जानकारी मिली है कि प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को पुलिस हिरासत में लिया गया है. हम इस मामले की जानकारी जुटा रहे हैं और प्रशासन को पूरा सहयोग देंगे.


