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इमरजेंसी से पहले का सन्नाटा! POK में हर कदम पर फौज तैनात 

भारत की संभावित कार्रवाई के डर से  POK में हालात तनावपूर्ण हैं. पर्यटकों की एंट्री पर रोक, मदरसे बंद, होटलों और गेस्ट हाउसों में सेना की तैनाती ती तैयारी... हर तरफ आपातकाल जैसे हालात बनते नजर आ रहे हैं. 

Lalit Sharma
Edited By: Lalit Sharma

इंटरनेशनल न्यूज. पाकिस्तान के नियंत्रण वाले कश्मीर यारी पीओके में भारतीय सैन्य कार्रवाई की संभावित आशंका से अस्थिरता और चिंता का माहौल बन गया है. गुरुवार को पीओके के पीएम चौधरी अनवार-उल-हक ने सप्षट किया कि यदि हालात और बिगड़े तो सरकार क्षेत्र में आपातकाल लागू करने पर गंभीरता से विचार कर सकती है. सुरक्षा हालात को ध्यान में रखते हुए नीलम घाटी और नियंत्रण रेखा (एलओसी) से सटे संवेदनशील इलाकों में पर्यटकों की आवाजाही पर तत्काल रोक लगा दी गई है. सुरक्षा एजेंसियों के इनपुट के आधार पर धार्मिक शिक्षण संस्थानों—मदरसों—को अगले 10 दिनों तक बंद रखने का आदेश जारी हुआ है. प्रशासन का कहना है कि भारत इन स्थलों को संभावित आतंकी ठिकाने मान सकता है.

जरूरतों की तैयारी, होटल और शादी हॉल सेना को देने की पेशकश

आपात स्थिति की आशंका को देखते हुए पीओके प्रशासन ने दावा किया है कि खाद्य सामग्री, दवाइयों और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के पुख्ता इंतज़ाम किए गए हैं. इसके लिए एक अरब रुपये की राशि आपात कोष में स्थानांतरित की जा चुकी है. स्थानीय होटल संचालकों और मैरिज हॉल मालिकों ने अपने प्रतिष्ठानों को सेना के उपयोग में देने की इच्छा जताई है.

पर्यटकों की वापसी, नागरिकों को दी गई हिदायतें

गुरुवार को कई पर्यटकों को मार्बल चेकपोस्ट से वापस भेज दिया गया. लीपा घाटी के निवासियों को एलओसी के करीब जाने से मना किया गया है और प्रशासन ने लोगों से सुरक्षाबलों का सहयोग करने की अपील की है.

हवाई उड़ानों पर भी पड़ा असर, कराची-लाहौर में बंद रहेगा एयरस्पेस

पीओके के अलावा पाकिस्तान के अन्य हिस्सों में भी तनाव महसूस किया जा रहा है. कराची और लाहौर के आसमान में हर दिन सुबह 8 से शाम 4 बजे तक फ्लाइट संचालन पर रोक लगाने का फैसला किया गया है. गिलगित-बाल्टिस्तान में पहले से ही उड़ानों पर प्रतिबंध लागू है, जिससे इस्लामाबाद से स्कर्दू जाने वाली विमान सेवाएँ लगातार रद्द की जा रही हैं.

भारतीय सेना की गोलीबारी पर पीओके सीएम का दावा 

विधानसभा को संबोधित करते हुए अनवार-उल-हक़ ने कहा कि भारतीय सेना द्वारा गोलाबारी की घटनाएं बढ़ रही हैं और इससे स्थानीय आबादी को नुकसान उठाना पड़ा है. उन्होंने यह भी जोड़ा कि पीओके सरकार हर स्थिति से निपटने को तैयार है और सुरक्षा एजेंसियों के साथ तालमेल बना रही है.

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02 May 2025, 12:44 PM IST

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