गाजा में इजरायली सेना की फायरिंग से मचा हाहाकार, 26 की मौत, 115 घायल
गाजा के राफा शहर में एक अमेरिकी सहायता केंद्र के पास उस समय अफरा-तफरी मच गई जब हजारों की भीड़ पर इजरायली सेना ने फायरिंग कर दी. इस हमले में 26 फिलीस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई और 115 से ज्यादा लोग घायल हो गए. चश्मदीदों के अनुसार, इजरायली टैंकों से अचानक भीड़ पर गोलियां चलाई गईं.

गाजा के राफा शहर में उस वक्त मातम छा गया जब एक राहत केंद्र के पास हजारों की भीड़ पर इजरायली सेना ने गोलियां चला दी. इस हमले में अब तक 26 फिलीस्तीनियों की मौत और 115 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह राहत केंद्र अमेरिका की मदद से चलाया जा रहा था.
गाजा में राहत केंद्र पर हुए घातक हमले के बाद हमास ने इजराइली सेना पर गंभीर आरोप लगाए हैं. हमास ने कहा कि राफा में इजराइली सेना ने भूखे नागरिकों पर "एक और नरसंहार" किया है. उनका कहना है कि जिन जगहों को 'मानवता की मदद' के नाम पर राहत केंद्र बताया जा रहा है, वे असल में "मौत के जाल" हैं, न कि राहत देने की जगह.
बता दें कि हाल ही में इजराइल के समर्थन से Gaza में GHF (ग्लोबल ह्यूमैनिटेरियन फोरम) की गतिविधियां शुरू हुई हैं. यह जानकारी समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने दी. यह हमला उस समय हुआ जब कुछ ही घंटे पहले हमास ने अमेरिका के समर्थन से बनाए गए नए संघर्षविराम प्रस्ताव पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी.
हमास के एक वरिष्ठ नेता ने इसे “सकारात्मक और जिम्मेदार” बताया, लेकिन अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ ने इसे “पूरी तरह से अस्वीकार्य” करार दिया. हमास ने साफ कहा है कि वह स्थायी संघर्षविराम चाहता है, जबकि इज़राइल इससे सहमत नहीं है. वहीं, हमास के राजनीतिक ब्यूरो के एक सूत्र ने AFP को बताया कि उन्होंने गाजा पट्टी से इजराइली सेना की "पूरी तरह वापसी" की मांग भी की है.


