गाजा के बाद अब इजराइल ने इस मुस्लिम देश पर किया हमला, 13 की मौत
इजरायल ने दक्षिणी सीरिया के गांव में रात के अभियान में हमला किया, जिसमें 13 लोगों की मौत हुई. इजरायली सेना ने आतंकियों को निशाना बताया, जबकि सीरिया ने इसे युद्ध अपराध करार दिया और क्षेत्रीय तनाव बढ़ा.

नई दिल्लीः गाजा के बाद अब इजरायल ने दक्षिणी सीरिया के एक गांव में निशाना साधा है. रात के अंधेरे में किए गए इस तलाशी अभियान के दौरान गोलीबारी में कम से कम 13 लोग मारे गए. सीरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी SANA ने इस हमले की पुष्टि की है. सीरिया के विदेश मंत्रालय ने इजरायल के इस ऑपरेशन की कड़ी निंदा की है और इसे युद्ध अपराध करार दिया है. सीरियाई प्रशासन का कहना है कि इजरायल बार-बार पूरे क्षेत्र में अशांति और हिंसा फैलाने की कोशिश कर रहा है.
हमले में घायल
हमले में घायल इयाद ताहिर ने बताया कि रात में सोते समय किसी को अंदेशा भी नहीं था, लेकिन सुबह नींद खुलने पर भयंकर गोलीबारी शुरू हो गई. उन्होंने कहा कि हम बाहर निकले तो देखा कि इजरायली सेना का अभियान जारी था, चारों ओर सैनिक और टैंक तैनात थे. इसके बाद हवाई बमबारी भी हुई.
अस्पताल में भर्ती अहमद कमाल ने एएफपी को बताया कि उन्हें भी अपनी सुरक्षा के लिए फायरिंग करनी पड़ी. उन्होंने कहा कि गोलीबारी में उनके भाई की मौत हो गई और वह गंभीर रूप से घायल हो गए. इससे स्पष्ट होता है कि इस अभियान में केवल सैनिक ही नहीं, बल्कि स्थानीय नागरिक भी निशाने पर रहे.
इजरायली सेना का दावा
इजरायली सेना (IDF) का कहना है कि इस ऑपरेशन में जामा इस्लामिया ग्रुप के खतरनाक आतंकियों को निशाना बनाया गया. सेना के अनुसार, यह संगठन हमास और हूतियों के साथ मिलकर इजरायल के खिलाफ साजिश रच रहा था. IDF के बयान में कहा गया कि इस अभियान में छह इजरायली सैनिक भी घायल हुए हैं. सेना ने दावा किया कि कई आतंकियों को मार गिराया गया है और इलाके में अब भी जवान तैनात हैं.
सीरिया में इजरायल के पूर्व हमले
बशर अल-असद की सरकार पर हमला होने के बाद और नई इस्लामिक सरकार बनने के बाद से इजरायल ने सीरिया में कई बार आक्रामक कार्रवाई की है. गोलन हाइट्स पर कब्जा, बफर जोन में सैनिकों की तैनाती और बार-बार की हवाई हमलों ने क्षेत्र की स्थिति को अस्थिर कर दिया है. स्थानीय समाचार एजेंसियों के अनुसार, ग्रामीण भी अपने घर और गांव की सुरक्षा के लिए हथियार लेकर बाहर आए, जिनमें से कई की मौत हो गई.
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं
इस हमले ने एक बार फिर मध्य पूर्व में तनाव को बढ़ा दिया है. सीरियाई प्रशासन ने इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया और संयुक्त राष्ट्र से कार्रवाई की मांग की है. वहीं, इजरायल लगातार अपने राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए ऐसे हमलों को उचित ठहरा रहा है.


