ट्रंप को साइडलाइन कर रूस इजराइल संग बना रहा नया प्लान, 2 महीने में दूसरी बार नेतन्याहू से पुतिन ने की बात
रूस के राष्ट्रपति पुतिन और इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने 15 नवंबर 2025 को वेस्ट एशिया की स्थिति, सीजफायर, बंदियों की अदला-बदली, गाजा शांति योजना, ईरान और सीरिया पर टेलीफोन पर चर्चा की, यह क्षेत्रीय स्थिरता पर केंद्रित थी.

नई दिल्लीः रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार, 15 नवंबर 2025 को वेस्ट एशिया की स्थिति को लेकर टेलीफोन पर महत्वपूर्ण बातचीत की. इस बातचीत की जानकारी रूस के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया के माध्यम से साझा की. मंत्रालय ने बताया कि दोनों नेताओं ने सीजफायर, बंदियों की अदला-बदली और क्षेत्रीय स्थिरता के मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया.
सीजफायर और बंदियों की अदला-बदली पर चर्चा
मंत्रालय ने कहा कि बातचीत का मुख्य फोकस हाल ही में लागू हुए युद्ध विराम समझौते और हिरासत में लिए गए व्यक्तियों की अदला-बदली पर रहा. पुतिन और नेतन्याहू ने इस समझौते की प्रगति और इसे लागू करने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया. दोनों नेताओं ने यह भी देखा कि वर्तमान में मिडिल ईस्ट की स्थिति और स्थिर करने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं.
संयुक्त राष्ट्र और ट्रंप की शांति योजना
यह बातचीत ऐसे समय हुई जब दो दिन पहले अमेरिकी मिशन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) से अपने ड्राफ्ट प्रस्ताव का समर्थन मांगा था. इस प्रस्ताव में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 20 पॉइंट वाली गाजा शांति योजना शामिल है, जिसमें पीस बोर्ड और इंटरनेशनल स्टैबलाइजेशन फोर्स जैसी व्यवस्थाओं का सुझाव दिया गया है. टेलीफोन पर हुई बातचीत में पुतिन और नेतन्याहू ने इस योजना की प्रगति और लागू करने की चुनौतियों पर भी चर्चा की.
ईरान और सीरिया पर भी चर्चा
सरकारी समाचार एजेंसी 'TASS' के अनुसार दोनों नेताओं ने गाजा पट्टी की घटनाओं, ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम से जुड़े मसलों और सीरिया में स्थिरता लाने के प्रयासों पर भी विचार-विमर्श किया. यह बातचीत पिछली अक्टूबर 2025 की बैठक की फॉलो-अप बैठक के रूप में देखी जा रही है. तब भी दोनों नेताओं ने अमेरिकी शांति योजना और क्षेत्रीय सुरक्षा पर बातचीत की थी.
कॉल किसने शुरू की?
रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार की इस टेलीफोन कॉल की शुरुआत पुतिन ने की थी. इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि यह हाल की बातचीत में सबसे लेटेस्ट फोन कॉल थी. प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि बातचीत मुख्य रूप से क्षेत्रीय मुद्दों पर केंद्रित थी, लेकिन बातचीत की विस्तृत जानकारी साझा नहीं की गई.


