भारत से हार के बाद बांग्लादेश के साथ मिलकर नई साजिश रच रहा PAK... भारत की सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
पाकिस्तान, भारत से मिली मई की हार के बाद अब बांग्लादेश के साथ गुप्त सैन्य समझौते की कोशिश कर रहा है. एक खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, दोनों देशों की वायु सेनाओं ने अप्रैल में कई बैठकें कीं, जिनमें ड्रोन, साइबर युद्ध और एयर डेटा लिंक तकनीक पर चर्चा हुई. इस जानकारी के बाद भारत सतर्क हो गया है, क्योंकि यह साझेदारी क्षेत्रीय सुरक्षा संतुलन पर असर डाल सकती है.

बीते मई महीने में भारत से करारी हार झेलने के बाद पाकिस्तान अब एक नई रणनीति पर काम करता दिख रहा है. खुफिया जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान इन दिनों भारत के पूर्वी पड़ोसी बांग्लादेश से एक गोपनीय सैन्य समझौते की कोशिश कर रहा है. इस बात का खुलासा हाल ही में हुई एक इंटेलिजेंस लीक के ज़रिए हुआ है, जिसने भारत की सुरक्षा एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया है.
पाक-बांग्लादेश के बीच सीक्रेट सैन्य बातचीत
ड्रोन और साइबर युद्ध पर साझेदारी की तैयारी
खास बात यह है कि इन बैठकों के दौरान पाकिस्तान और बांग्लादेश ने ड्रोन वॉरफेयर, साइबर युद्ध और आधुनिक संचार तकनीकों पर साझा सहयोग की दिशा में गंभीर चर्चा की. ड्रोन स्वार्मिंग (यानी एकसाथ कई ड्रोन से हमला करने की रणनीति) और ऑटोमैटिक हथियार प्रणाली जैसे क्षेत्रों में दोनों देश मिलकर काम करने की योजना बना रहे हैं. इसके अलावा, एक साझा टैक्टिकल एयर डेटा लिंक सिस्टम विकसित करने की भी योजना सामने आई है, जो दोनों देशों की एयरफोर्स को युद्ध के दौरान तेज और सुरक्षित संवाद स्थापित करने में मदद करेगा.
भारत की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
इस खुफिया जानकारी के सामने आते ही भारत की सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हो गई हैं. भारत को इस बात की चिंता है कि पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच बढ़ती यह सैन्य नजदीकी भविष्य में रणनीतिक संतुलन को प्रभावित कर सकती है. हालांकि, भारत अभी इस स्थिति पर निगरानी बनाए हुए है और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.
कूटनीतिक तनाव की नई आहट
भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश इन तीनों देशों के बीच भू-राजनीतिक संबंध पहले से ही काफी संवेदनशील हैं. ऐसे में पाकिस्तान का बांग्लादेश के साथ गुप्त सैन्य सहयोग बढ़ाने की कोशिश, दक्षिण एशिया में नए कूटनीतिक तनाव को जन्म दे सकती है. भारत की नज़र अब इस बात पर टिकी है कि बांग्लादेश इस सहयोग को कितनी दूर तक लेकर जाता है, और क्या यह वास्तव में भारत की सुरक्षा पर असर डालेगा.


