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अवैध प्रवासियों पर ट्रंप के आदेश के बाद एक्शन में एजेंसियां, स्कूल-चर्च पर हो रही छापेमारी, बड़ी संख्या में पकड़े जा रहे घुसपैठिए

अमेरिका के अवैध अप्रवासियों पर ट्रंप सरकार की एजेंसियां सख्त हो गई हैं. देश भर में जहां भी इनके छिपे होने की आशंका है, एजेंसियां वहां छापे मार रही हैं. इन जगहों से बड़ी संख्या में घुसपैठिए पकड़े जा रहे हैं. यहां तक कि स्कूल और चर्च को भी नहीं बख्शा जा रहा है.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति की शपथ लेते ही अवैध प्रवासियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. ट्रंप अवैध प्रवासियों पर लगातार एक्शन ले रहे हैं. ट्रंप के आदेश के बाद एजेंसियां लगातार छापेमारी कर रही हैं. देशभर में जहां भी इनके छिपने होने की आशंका है.वहां ढूंढा जा रहा है. इन जगहों से बड़ी संख्या में घुसपैठिए पकड़े भी जा रहे हैं.  यहां तक कि स्कूल और चर्च को भी नहीं बख्शा जा रहा है. कानूनी एजेंसियां इन जगहों पर भी छापे मार रही हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी जस्टिस विभाग का कहना है कि अवैध अप्रवासियों के खिलाफ कई एजेंसियां अभियान चला रही हैं और घुसपैठिए पकड़े जा रहे हैं.

उप राष्ट्रपति ने अभियान को अपना समर्थन दिया

इन अवैध अप्रवासियों के खिलाफ हो रही कार्रवाई का विरोध भी अमेरिका में हो रहा है. इस बीच, उप राष्ट्रपति जेडी वेंस ने चर्च, स्कूलों पर कानूनी एजेंसियों के छापे को अपना समर्थन दिया है. उन्होंने कहा है कि अवैध रूप से अमेरिका में दाखिल होने की कोशिश करने वालों पर इस कार्रवाई का भारी असर पड़ेगा. वेंस ने धार्मिक इमारतों एवं स्कूलों पर आगे छापे की कार्रवाई से इंकार नहीं किया है.

एक लाख बेड की जरूरत-होमैन
उन्होंने कहा, 'यदि आपके यहां एक ऐसा व्यक्ति है जो किसी अपराध के लिए दोषी है तो इस बात से फर्क नहीं पड़ता है कि वह अवैध प्रवासी है. आम लोगों की सुरक्षा के लिए आपको उस व्यक्ति को पकड़ना ही होता है. घुसपैठियों को पकड़ना कोई अनूठी बात नहीं है.' ट्रंप प्रशासन के एक अन्य अधिकारी टॉम होमैन ने कहा है कि देश भर में अवैध अप्रवासियों के खिलाफ चलाए जा रहे इस व्यापक अभियान को देखते हुए अधिकारियों को कम से कम 1 लाख बेड की जरूरत है. होमैन ने कहा है कि इस अभियान के लिए धन की जरूरत है. उन्होंने यूएस कांग्रेस को इसके लिए तुरंत फंड जारी करने के लिए कहा है.

घुसपैठियों को निकालने का वादा

चुनाव के दौरान ट्रंप ने वादा किया था कि राष्ट्रपति बनने के बाद वह घुसपैठियों से अमेरिका को मुक्त करेंगे. राष्ट्रपति बनने के बाद वह अपने वादे के अनुरूप बढ़ रहे हैं. अवैध अप्रवासियों को अमेरिका से निकालने के लिए यूएस कांग्रेस ने पिछले दिनों एक विधेयक को मंजूरी दी. इसके बाद इस अभियान में और तेजी आ गई है. हालांकि, इस कार्रवाई के खिलाफ अमेरिका के अलग-अलग शहरों में विरोध प्रदर्शन भी हो रहे हैं. ट्रंप का कहना है कि इन अवैध अप्रवासियों में कई अपराधी भी हैं जिनसे अमेरिकी लोगों को खतरा है.

ट्रंप के निशाने पर कोलंबिया आ गया है. ट्रंप ने कोलंबिया पर टैरिफ और ट्रैवल बैन लगा दिया, जिसके जवाब में कोलंबिया ने भी अमेरिका पर टैरिफ लगाए लेकिन कुछ ही घंटों के भीतर वह पीछे हट गया. ट्रंप का कहना है कि कोलंबिया ने अवैध प्रवासियों से भरे हुए अमेरिका के दो जहाजों को लौटा दिया है, जिसके बाद उन पर एक्शन लेते हुए टैरिफ और वीजा प्रतिबंध लगाया जा रहा है. 

ट्रंप ने कोलंबिया पर लगाया 25 फीसदी टैरिफ

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का कहना है कि कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो के इस फैसले से अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा बाधित हुई है. ट्रंप ने अमेरिका के बाजारों में कोलंबिया के सभी उत्पादों पर 25 फीसदी इमरजेंसी टैरिफ लगा दिया है, जो एक हफ्ते के भीतर बढ़कर 50 फीसदी तक हो सकते हैं. इसके अलावा कोलंबिया सरकार के अधिकारियों और सहयोगियों पर वीजा प्रतिबंध भी लगाए गए हैं. 

अमेरिकी टैरिफ के बाद झुकी कोलंबिया सरकार

ट्रंप ने कहा कि ये तो सिर्फ शुरुआत है. हम कोलंबिया की सरकार को मनमानी नहीं करने देंगे. जिन अपराधियों को उन्होंने अमेरिका भेजा है, सरकार को उन्हें वापस लेना ही होगा. कोलंबिया अपने नागरिकों को वापसलाने के लिए प्रेसिडेंशियल विमान होंडूरास भेजेगा. कोलंबिया के राष्ट्रपति का कहना है कि वह बेहद सम्मान के साथ अपने नागरिकों को वापस लाने जा रहे हैं.

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27 January 2025, 09:23 AM IST

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