ज़हर पीकर बना ‘ज़िंदा एंटीवेनम’, टिम फ्राइड के खून में मिली मेडिकल साइंस की क्रांति
20 सालों तक टिम फ्राइड ने खुद को 200 बार सांपों का ज़हर इंजेक्ट किया. अब उनके खून से बनी दवा कई ज़हरीले सांपों के काटने पर असर दिखा रही है. वैज्ञानिक इसे मेडिकल साइंस की बड़ी क्रांति मान रहे हैं.

वॉशिंगटन: मेडिकल इतिहास में एक ऐसा मोड़ आया है, जिसे जानकर आप हिल जाएंगे. अमेरिका के रहने वाले टिम फ्राइड के खून से अब ऐसी एंटीवेनम दवा बनाई गई है, जो एक नहीं, कई जहरीले सांपों के ज़हर पर असर दिखाती है. हैरानी की बात यह है कि ये खून किसी एक्सपेरिमेंटल लैब का नहीं, बल्कि उस शख्स का है जिसने बीते बीस सालों में खुद को जानबूझकर ज़हर का शिकार बनाया. टिम ने अब तक करीब 200 बार खुद को सांपों का जहर इंजेक्ट किया. हर बार थोड़ा-थोड़ा कर के. धीरे-धीरे उसके खून में ऐसी इम्युनिटी विकसित हो गई, जो खतरनाक से खतरनाक सांप के ज़हर को भी बेअसर करने लगी. वैज्ञानिकों ने जब टिम के खून की जांच की, तो उसमें वो एंटीबॉडीज़ मिले जो अब एंटीवेनम दवा का आधार बन चुके हैं.
हर तरह के सांपों के ज़हर पर असरदार है ये खून
रिपोर्ट के मुताबिक, मौजूदा समय में जो एंटीवेनम दवाएं मौजूद हैं, वो सिर्फ खास प्रजातियों के सांपों के ज़हर पर ही असर करती हैं. मगर टिम फ्राइड की कोशिशों ने इस सोच को तोड़ दिया है. वैज्ञानिकों को उनके खून से ऐसा कॉम्बिनेशन मिला है, जो मंबा, कोबरा, ताइपन और क्रेट जैसे खतरनाक सांपों के जहर पर भी असर दिखा रहा है.अब तक यह एंटीबॉडीज जानवरों पर किए गए टेस्ट में जानलेवा ज़हर को बेअसर करने में पूरी तरह सफल रही हैं. विशेषज्ञ मानते हैं कि टिम फ्राइड का खून एक नई दवा बनाने की दिशा में दुनिया की सबसे बड़ी उपलब्धि साबित हो सकता है.
ज़हर से बना मसीहा, जो मौत से कई बार टकराया
टिम कोई वैज्ञानिक नहीं है. वह पेशे से ट्रक मैकेनिक रहे हैं. लेकिन जुनून ऐसा कि खुद को बार-बार मौत के हवाले किया. वह बताते हैं कि एक बार दो कोबरा सांपों ने उन्हें लगातार काटा, जिससे वह कोमा में चले गए. कई घंटे मौत और ज़िंदगी के बीच झूलते रहे. लेकिन जैसे ही होश आया, फिर से ज़हर से लड़ाई शुरू कर दी.टिम कहते हैं कि उनका मकसद सिर्फ खुद को बचाना नहीं था. वो चाहते थे कि दुनिया में हर किसी को ऐसा इलाज मिले, जो हर तरह के सांप के ज़हर से जान बचा सके. आज उनकी 20 साल की दीवानगी, मेडिकल साइंस का चमत्कार बन चुकी है.


