भारत के खिलाफ जहर उगलना ऑस्ट्रिया के अर्थशास्त्री को पड़ा भारी, फेहलिंगर-जाह्न का X अकाउंट हुआ ब्लॉक
ऑस्ट्रियाई अर्थशास्त्री गुनथर फेलिंगर-जान द्वारा भारत को "विघटित" करने और खालिस्तान का समर्थन करने वाला पोस्ट करने पर भारत सरकार ने X पर उनका अकाउंट ब्लॉक कर दिया है. गृह मंत्रालय और IT मंत्रालय की सिफारिश पर यह कदम उठाया गया. विदेश मंत्रालय ने उन्हें कोई आधिकारिक पद न होने के कारण "सनकी" बताकर मामला शांत कर दिया है. सोशल मीडिया पर व्यापक विरोध देखा गया.

India Blocks Twitter Account : भारत सरकार ने एक त्वरित कार्रवाई करते हुए ऑस्ट्रिया के अर्थशास्त्री गुनथर फेलिंगर-जान (Gunther Fehlinger-Jahn) के X अकाउंट को भारत में ब्लॉक कर दिया है. फेलिंगर ने एक विवादास्पद पोस्ट में भारत को "विघटित" करने की अपील की थी, जिसमें खालिस्तान का नक्शा भी शामिल था.
विवादित बयान और खालिस्तान का समर्थन
भारत सरकार की त्वरित कार्रवाई
पोस्ट के तेजी से वायरल होने के बाद, भारत के गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Ministry of Electronics and Information Technology) ने इसे गंभीरता से लिया. दोनों मंत्रालयों ने X को निर्देश दिया कि फेलिंगर-जान का अकाउंट भारत में प्रतिबंधित कर दिया जाए. इसके बाद, उनका अकाउंट भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए एक्सेस से बाहर कर दिया गया.
कोई आधिकारिक हैसियत नहीं, विदेश मंत्रालय
जब विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) से पूछा गया कि क्या इस मामले को ऑस्ट्रिया सरकार के समक्ष उठाया जाएगा, तो एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसे तवज्जो देने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, "उसे इतनी अहमियत देने की क्या जरूरत है? वो एक सनकी व्यक्ति है, जिसकी कोई आधिकारिक हैसियत नहीं है."
फेलिंगर-जान की भूमिका
गुनथर फेलिंगर-जान, ऑस्ट्रियाई समिति के अध्यक्ष हैं जो यूक्रेन, कोसोवो, बोस्निया और ऑस्ट्रिया की नाटो सदस्यता का समर्थन करती है. इसके अलावा, वे दक्षिणी बाल्कन क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण के लिए बनी एक्शन ग्रुप के बोर्ड में भी शामिल हैं. हालांकि, यह स्पष्ट है कि उनका कोई आधिकारिक राजनीतिक या कूटनीतिक पद नहीं है.
भारत-ऑस्ट्रिया के संबंध...
यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब भारत और ऑस्ट्रिया के संबंधों में हाल ही में नई ऊर्जा देखने को मिली थी. इसके साथ ही पीएम मोदी ने जुलाई 2024 में ऑस्ट्रिया का ऐतिहासिक दौरा भी किया था. यह यात्रा पिछले 41 वर्षों में किसी भी देश की पहली ऑस्ट्रिया यात्रा थी, जो दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगाठ के मौके पर हुई थी.


