बम की धमकी से मचा हड़कंप: भारत ने लुफ्थांसा फ्लाइट को नहीं दी लैंडिंग की इजाजत
रविवार को फ्रैंकफर्ट से हैदराबाद आ रही लुफ्थांसा फ्लाइट LH752 को भारत में उतरने की अनुमति नहीं मिली. सुरक्षा कारणों से उड़ान को बीच रास्ते से ही वापस जर्मनी भेज दिया गया. रिपोर्ट्स के अनुसार, बम की धमकी के चलते यह निर्णय लिया गया. सभी यात्री सुरक्षित हैं.

रविवार शाम एक अंतरराष्ट्रीय उड़ान को लेकर बड़ी विमानन घटना सामने आई जब जर्मनी के फ्रैंकफर्ट से हैदराबाद आ रही लुफ्थांसा की फ्लाइट LH752 को भारत में लैंडिंग की अनुमति नहीं मिली. इससे पहले कि विमान भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश करता, इसका मार्ग बदल दिया गया और उसे वापस फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट भेज दिया गया. यह फ्लाइट सोमवार तड़के हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने वाली थी.
यह उड़ान रविवार दोपहर 2:14 बजे फ्रैंकफर्ट से रवाना हुई थी. उड़ान ट्रैकिंग साइट्स के मुताबिक, करीब 5 घंटे की यात्रा के बाद विमान ने अचानक दिशा बदली और कुछ ही देर में वापस फ्रैंकफर्ट लौट आया. यात्रियों के लिए यह घटना हैरान करने वाली थी, क्योंकि किसी को पहले से कोई जानकारी नहीं दी गई थी.
यात्रियों को नहीं दी गई पूरी जानकारी
इस उड़ान में मौजूद यात्रियों ने बताया कि उन्हें अचानक फ्लाइट की दिशा बदलने की बात बताई गई, लेकिन कोई ठोस वजह नहीं बताई गई. अमेरिका से हैदराबाद अपनी मां से मिलने आ रही एक महिला यात्री ने कहा, “हम अभी 15 मिनट पहले ही फ्रैंकफर्ट वापस उतरे हैं, लेकिन हमें सिर्फ इतना बताया गया कि हैदराबाद में लैंडिंग की इजाजत नहीं मिली.”
सामने आया बम की धमकी का मामला
कुछ घंटों बाद इस घटना के पीछे की सुरक्षा वजह सामने आई. फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि फ्लाइट सुरक्षित लौट चुकी है. वहीं हैदराबाद एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने बताया कि फ्लाइट को बम की धमकी मिली थी, जब यह विमान भारतीय हवाई सीमा में प्रवेश करने ही वाला था. सुरक्षा के लिहाज से विमान को लौटाना ही एकमात्र विकल्प था.
सभी यात्री सुरक्षित, जांच जारी
लुफ्थांसा एयरलाइंस ने यात्रियों के रुकने और खाने-पीने की व्यवस्था की है. हालांकि, अभी तक एयरलाइन की ओर से कोई विस्तृत आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. यात्रियों को सुरक्षित माना गया है और किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा. फिलहाल, बम धमकी की पुष्टि और स्रोत की जांच की जा रही है. आने वाले समय में उड़ान की नई योजना और सुरक्षा उपायों को लेकर स्थिति स्पष्ट की जाएगी.


