इससे कुछ बड़ा हो सकता है? रूस-यूक्रेन के बीच कैदियों की अदला-बदली के बाद बोले ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच कैदियों की अदला-बदली की घोषणा की, जबकि यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार यह प्रक्रिया अभी जारी है. यूक्रेन ने रूस को 1,000 युद्धबंदियों की सूची सौंपी है. इस्तांबुल में हुई वार्ता के बाद यह कदम उठाया गया. यूक्रेन 30 दिन के सीजफायर को तैयार है, जबकि रूस कुछ शर्तों पर अड़ा है. हजारों नागरिकों की मौत के बीच शांति वार्ता की उम्मीद फिर बनी है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को घोषणा की कि रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान दोनों देशों के बीच प्रमुख कैदियों की अदला-बदली पूरी हो गई है. ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, "रूस और यूक्रेन के बीच कैदियों की अदला-बदली का एक बड़ा मामला अभी-अभी पूरा हुआ है. यह जल्द ही प्रभावी हो जाएगा. इस बातचीत के लिए दोनों पक्षों को बधाई. इससे कुछ बड़ा हो सकता है?"
रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन और रूस के बीच कैदियों की अदला-बदली की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन अभी तक पूरी नहीं हुई है. यह घोषणा एक दिन पहले यूक्रेनी सैन्य खुफिया अधिकारी द्वारा इस बात की पुष्टि किये जाने के बाद की गयी कि यूक्रेन ने अदला-बदली की तैयारी के लिए रूस को 1,000 युद्धबंदियों की सूची सौंपी है.
हजारों यूक्रेनी नागरिक मारे गए
इस विनिमय सौदे को कथित तौर पर इस महीने की शुरुआत में इस्तांबुल में रूसी और यूक्रेनी अधिकारियों के बीच तीन वर्षों से अधिक समय के बाद पहली सीधी वार्ता के दौरान अंतिम रूप दिया गया था. माना जाता है कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप के सबसे घातक युद्ध में दोनों पक्षों के सैकड़ों हज़ार सैनिक घायल हुए या मारे गए, हालांकि दोनों पक्षों ने हताहतों की सही संख्या प्रकाशित नहीं की. रूसी सेना द्वारा यूक्रेनी शहरों की घेराबंदी और बमबारी के कारण हज़ारों यूक्रेनी नागरिक भी मारे गए हैं.
30 दिनों के सीजफायर के लिए तैयार यूक्रेन
इस बीच यूक्रेन ने कहा है कि वह तुरंत 30 दिन के युद्ध विराम के लिए तैयार है. हालांकि रूस ने 2022 में अपने पड़ोसी पर आक्रमण करके युद्ध शुरू किया था और अब यूक्रेनी क्षेत्र के लगभग पांचवें हिस्से पर कब्ज़ा कर लिया है. मॉस्को ने कुछ शर्तों के पूरा होने तक अपने हमलों को रोकने से इनकार कर दिया है. यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य ने उन शर्तों को 'गैर-शुरुआती' कहा.
फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं
ट्रंप ने पहले कहा था कि अगर मास्को शांति समझौते को रोकता है तो वह रूस पर प्रतिबंध कड़े कर सकते हैं. हालांकि, सोमवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात करने के बाद उन्होंने फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं करने का फैसला किया.
मॉस्को का कहना है कि वह युद्ध जारी रहने के दौरान शांति वार्ता के लिए तैयार है, और वह युद्ध के "मूल कारणों" को संबोधित करना चाहता है. इनमें यूक्रेन को अधिक क्षेत्र सौंपने, निरस्त्रीकरण करने और पश्चिम के साथ सैन्य गठबंधन में शामिल होने से रोकने की मांग शामिल है. कीव ने इन शर्तों को अस्वीकार कर दिया है, उन्हें आत्मसमर्पण के समान और अपनी भविष्य की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है.


