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कार को रोका, गाड़ी से जबरन बाहर घसीटा...पाकिस्तान में दिनदहाड़े PTI नेता का अपहरण, सुरक्षा पर उठे सवाल

Sanam Javed Abduction Case : पाकिस्तान की प्रमुख विपक्षी पार्टी पीटीआई की सोशल मीडिया सदस्य सनम जावेद को पेशावर के रेड जोन से दिनदहाड़े अगवा कर लिया गया. घटना की एफआईआर दर्ज हो चुकी है और पार्टी ने इसे राजनीतिक दमन बताया है. सोशल मीडिया पर विरोध तेज है. मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर ने जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है. पूरा देश इस घटना से स्तब्ध है.

Utsav Singh
Edited By: Utsav Singh

Sanam Javed Abduction Case : पाकिस्तान से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां देश की मुख्य विपक्षी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) की सोशल मीडिया टीम की सक्रिय सदस्य सनम जावेद को कथित तौर पर दिनदहाड़े अगवा कर लिया गया. यह वारदात खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के पेशावर शहर में घटी, जिसे देश के संवेदनशील इलाकों में गिना जाता है. बताया गया है कि सोमवार रात लगभग 10:40 बजे, पेशावर के रेड ज़ोन क्षेत्र की एक व्यस्त सड़क पर यह घटना घटी, जहां पांच अज्ञात हमलावरों ने उनकी कार को रोका, उन्हें जबरदस्ती बाहर निकाला और अपनी गाड़ी में डालकर फरार हो गए.

जावेद के साथी ने दर्ज कराई FIR

इस सनसनीखेज घटना की जानकारी सनम जावेद की साथी हीरा बाबर ने पुलिस को दी, जिनके आधार पर मंगलवार को ईस्ट कैंटोनमेंट थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. हीरा बाबर ने इसे कानून व्यवस्था की घोर लापरवाही बताया और कहा कि राजधानी के संवेदनशील इलाके में इस प्रकार का अपहरण पुलिस की कार्यक्षमता पर गहरे सवाल खड़े करता है. उन्होंने तुरंत कार्रवाई और आरोपियों को गिरफ़्तार करने की मांग की.

PTI के प्रवक्ता ने की रिहाई की मांग
पीटीआई के प्रवक्ता शेख वकास अकरम ने इस पूरी घटना का ब्यौरा साझा करते हुए बताया कि अपहरण दो गाड़ियों के जरिए किया गया, जिन्होंने जावेद की कार को घेरा और सहयोगियों की मौजूदगी में उन्हें जबरन बाहर खींचकर अपनी गाड़ी में बंद कर लिया. उन्होंने इस कृत्य को पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर चल रहे राजनीतिक दमन का हिस्सा बताया और सनम जावेद की तुरंत रिहाई की मांग की.


वरिष्ठ नेताओं का फूट पड़ा गुस्सा
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर पार्टी समर्थकों और वरिष्ठ नेताओं का गुस्सा फूट पड़ा है. खैबर पख्तूनख्वा में पीटीआई की सरकार होने के बावजूद इस तरह की घटना ने पार्टी के भीतर असंतोष को जन्म दिया है. लोगों ने मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर से व्यक्तिगत हस्तक्षेप की अपील की है, ताकि जावेद की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित हो सके और अपराधियों को कड़ी सजा मिले.

CM ने दिए जांच के आदेश 
मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी गहन जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि आरोपियों को पकड़ने के लिए कानूनी कार्रवाई शुरू हो चुकी है और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सरकार ऐसे मामलों में पूर्ण पारदर्शिता और तत्परता से कार्रवाई सुनिश्चित करेगी.

PAK में आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल 
सनम जावेद का अपहरण न केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से चिंता का विषय है, बल्कि यह पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था और कानून-व्यवस्था की स्थिति पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है. जिस तरह से सोशल मीडिया पर आम जनता और नेताओं ने एक सुर में विरोध जताया है, उससे यह साफ है कि यह मामला आने वाले दिनों में और तूल पकड़ सकता है. अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या सरकार वाकई इस घटना में तत्परता और निष्पक्षता से कार्रवाई करती है, या यह मामला भी अन्य विवादों की तरह समय के गर्त में खो जाएगा.

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07 October 2025, 04:00 PM IST

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