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अफगान सीमा के पास तालिबान के साथ झड़प, पाक सेना के कैप्टन समेत 6 सैनिकों की मौत

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के कुर्रम जिले में आतंकियों से मुठभेड़ में कैप्टन नोमान सलीम समेत छह सैनिक शहीद हुए, जबकि सात आतंकी मारे गए. यह ऑपरेशन टीटीपी से जुड़े फितना अल-खवारिज समूह के खिलाफ चलाया गया था. क्षेत्र में बढ़ते आतंकी हमले पाकिस्तान की सुरक्षा स्थिति को चुनौती दे रहे हैं.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

नई दिल्लीः पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में अफगान सीमा के पास बुधवार को हुई एक भीषण मुठभेड़ में पाकिस्तानी सेना के छह जवान शहीद हो गए, जिनमें एक सेना कैप्टन भी शामिल हैं. यह संघर्ष कुर्रम जिले के डोगर इलाके में हुआ, जहां सुरक्षा बलों ने खुफिया सूचना के आधार पर आतंकियों के खिलाफ एक बड़ा ऑपरेशन चलाया था.

खुफिया सूचना पर शुरू हुआ ऑपरेशन

पाकिस्तान सेना की मीडिया शाखा इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने बताया कि यह ऑपरेशन फितना अल-खवारिज नामक आतंकवादी समूह के खिलाफ चलाया गया, जो प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) से जुड़ा हुआ है. सेना के अनुसार, इस अभियान में कम से कम सात आतंकवादी मारे गए, जबकि बाकी आतंकियों की तलाश अब भी जारी है.

आईएसपीआर के बयान के अनुसार, यह ऑपरेशन अज़्म-ए-इस्तेहकाम के तहत चलाया गया था, जिसका उद्देश्य देश से विदेशी प्रायोजित आतंकवाद को जड़ से खत्म करना है. बयान में कहा गया कि सुरक्षा बल आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे, जब तक कि पाकिस्तान को पूरी तरह सुरक्षित नहीं बना दिया जाता.

शहीद हुए कैप्टन नोमान सलीम सहित छह जवान

मुठभेड़ के दौरान 24 वर्षीय कैप्टन नोमान सलीम बहादुरी से लड़ते हुए शहीद हो गए. वे मियांवाली जिले के रहने वाले थे और सेना में मेडिकल ऑफिसर के पद पर तैनात थे. सेना ने उन्हें “सच्चे देशभक्त और वीर अधिकारी” बताते हुए श्रद्धांजलि दी.

अन्य शहीद जवानों की पहचान इस प्रकार की गई है:

  • हवलदार अमजद अली (39) – स्वाबी
  • नायक वकास अहमद (36) – रावलपिंडी
  • सिपाही ऐजाज अली (23) – शिकारपुर
  • सिपाही मुहम्मद वलीद (23) – झेलम
  • सिपाही मुहम्मद शाहबाज (32) – खैरपुर

सेना ने बताया कि शहीद हुए सभी जवानों ने असाधारण साहस का परिचय दिया और देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए.

अफगान सीमा बन रही आतंकवाद का अड्डा

कुर्रम जिला अफगानिस्तान की सीमा से सटा हुआ इलाका है और लंबे समय से सीमा पार से आतंकवादी घुसपैठ का केंद्र बना हुआ है. पिछले कुछ महीनों में यहां सुरक्षा बलों पर कई बार हमले हो चुके हैं. पाकिस्तान का आरोप है कि अफगान सरजमीं से टीटीपी के आतंकी देश में घुसपैठ कर रहे हैं.

बढ़ते आतंकी हमलों से बिगड़ती सुरक्षा स्थिति

खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में हाल के वर्षों में आतंकवादी घटनाओं में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. टीटीपी ने 2022 के अंत में सरकार के साथ संघर्षविराम खत्म करने के बाद से हमलों की गति तेज कर दी थी.

प्रांत के आतंकवाद निरोधक विभाग (CTD) की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 में अब तक आतंकवादी घटनाओं में 298 लोगों की मौत हुई है. इसी अवधि में सुरक्षा बलों ने 2,366 खुफिया-आधारित ऑपरेशन चलाए, जिनमें 1,124 आतंकवादी गिरफ्तार हुए और 368 मुठभेड़ों में मारे गए.

आतंकी नेटवर्क पर भी कार्रवाई

रिपोर्ट में बताया गया कि जबरन वसूली करने वाले गिरोहों पर भी शिकंजा कसा गया है. विभाग ने अब तक 1,287 मामले दर्ज, 209 संदिग्धों पर आरोप तय और 52 अपराधियों को गिरफ्तार किया है.

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30 October 2025, 10:38 AM IST

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