कोलंबियाई राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की मिगुएल उरीबे की मौत, 1 महीने पहले बोगोटा में रैली के दौरान मारी गई थी गोली
कोलंबियाई सीनेटर मिगुएल उरीबे की बोगोटा में सार्वजनिक रैली के दौरान गोली लगने से मौत हो गई. वे 2026 के राष्ट्रपति चुनाव के संभावित उम्मीदवार थे. पुलिस ने इस सुनियोजित हमले में एक नाबालिग सहित पांच को गिरफ्तार किया है. हत्या की साजिश करीब $2.5 लाख में रची गई थी, जिससे देश की राजनीति में उथल-पुथल मच गई.

कोलंबिया के 39 वर्षीय सीनेटर मिगुएल उरीबे की गोली लगने से मौत हो गई. रिपोर्ट के अनुसार, उरीबे को 7 जून को बोगोटा में एक सार्वजनिक रैली के दौरान तीन गोलियां मारी गई थीं, जिनमें से दो सिर में लगीं. घायल होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन गंभीर हालत के चलते आखिरकार उन्होंने दम तोड़ दिया.
राष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवार थे उरीबे
मिगुएल उरीबे कोलंबिया की डेमोक्रेटिक सेंटर पार्टी से जुड़े हुए थे और 2026 के राष्ट्रपति चुनाव में अपनी दावेदारी की घोषणा कर चुके थे. दक्षिणपंथी विचारधारा वाले उरीबे को विपक्ष की ओर से एक मज़बूत उम्मीदवार माना जा रहा था. उनकी लोकप्रियता और सक्रिय राजनीतिक भूमिका के चलते उन्हें संभावित खतरा भी माना जाता था.
हमले में नाबालिग सहित पांच गिरफ्तार
घटना के बाद कोलंबियाई पुलिस ने इस हाई-प्रोफाइल मामले की गंभीरता से जांच की. जुलाई में पुलिस ने पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया, जिनमें से एक 15 वर्षीय किशोर भी शामिल है जिसे हमलावर माना जा रहा है. पुलिस के अनुसार, हमले को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया.
मास्टरमाइंड की पहचान
कोलंबिया के पुलिस प्रमुख कार्लोस फर्नांडो ट्रियाना बेल्ट्रान ने बताया कि हमले के पीछे एल्डर जोस आर्टेगा हर्नांडेज़ नामक अपराधी का हाथ है, जिसे अब गिरफ्तार कर लिया गया है. हर्नांडेज़ का इंटरपोल में आपराधिक रिकॉर्ड भी मौजूद है. पुलिस के अनुसार, उसी ने हमले की योजना बनाई, हमलावर की भर्ती की और उसे हथियार भी उपलब्ध कराया.
2.5 लाख डॉलर में की गई हत्या की डील
कोलंबिया के रक्षा मंत्री पेड्रो सांचेज़ के अनुसार, हर्नांडेज़ ने उरीबे की हत्या को अंजाम देने के लिए कथित रूप से $250,000 (लगभग दो करोड़ रुपये) में सौदा तय किया था. यह राजनीतिक हत्या एक सुनियोजित और आर्थिक रूप से प्रायोजित अपराध था, जिसे चरणबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया.
कोलंबियाई राजनीति में गहराया संकट
उरीबे की मौत से देशभर में आक्रोश फैल गया है. एक लोकप्रिय युवा नेता का इस तरह से मारा जाना राजनीतिक अस्थिरता और हिंसा के बढ़ते खतरे को दर्शाता है. इस घटना ने राष्ट्रपति चुनाव की दिशा और देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.


