अमेरिकी निर्वासन प्रक्रिया: व्हाइट हाउस के वीडियो ने भारत में मचाई खलबली
अमेरिका ने अवैध भारतीय अप्रवासियों के निर्वासन पर हाल ही में एक वीडियो जारी किया है. जारी वीडियो के बाद से भारत में विवाद खड़ा हो गया है. यह वीडियो 41 सेकंड का है, जिसमें अवैध अप्रवासियों को "हथकड़ी और बेड़ियों" में दिखाया गया है, जबकि वे निर्वासन विमान में चढ़ने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं.

अमेरिका द्वारा अवैध भारतीय अप्रवासियों के निर्वासन पर हाल ही में एक वीडियो जारी किया गया, जिसने भारत में एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया. यह वीडियो 41 सेकंड का है, जिसमें अवैध अप्रवासियों को "हथकड़ी और बेड़ियों" में दिखाया गया है, जबकि वे निर्वासन विमान में चढ़ने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. व्हाइट हाउस द्वारा जारी किया गया यह वीडियो ट्रंप प्रशासन की अवैध अप्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई का हिस्सा है, जो रिपब्लिकन नेता ने चुनाव प्रचार के दौरान किया था. वीडियो में एक अधिकारी एक व्यक्ति को बेड़ियों में बांधकर उसे विमान में चढ़ने के लिए तैयार करता है.
विपक्षी दलों की तीखी आलोचना
भारत में इस वीडियो को लेकर विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार को घेरा है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अमेरिकी सरकार की इस कार्रवाई को 'शर्मनाक' बताया और कहा कि भारत सरकार को निर्वासित भारतीयों की वापसी के लिए सम्मानजनक तरीके से प्रयास करना चाहिए था. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने इन भारतीय नागरिकों की वापसी के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका में आधिकारिक यात्रा पर थे. बनर्जी ने केंद्र से सवाल किया कि क्यों उन्होंने इन लोगों को जंजीरों में बांधकर भेजे जाने की घटना पर कोई कदम नहीं उठाया.
ASMR: Illegal Alien Deportation Flight 🔊 pic.twitter.com/O6L1iYt9b4
— The White House (@WhiteHouse) February 18, 2025
विदेश मंत्री एस जयशंकर की प्रतिक्रिया
इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि अमेरिका द्वारा निर्वासन की प्रक्रिया आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (ICE) के प्राधिकरण द्वारा संचालित की जाती है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिका की निर्वासन प्रक्रिया कोई नई नहीं है और यह कई वर्षों से चल रही है. जयशंकर ने राज्यसभा में बताया कि ICE द्वारा निर्वासन के दौरान संयम बरतने का प्रावधान किया गया है और विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों को रोका नहीं जाता है.
अमेरिका का निर्वासन अभियान: राजनीति और खर्च
अमेरिका के "सबसे बड़े निर्वासन अभियान" का वादा राष्ट्रपति ट्रंप ने किया था, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इसके लिए सैन्य विमानों का उपयोग करना एक राजनीतिक संदेश देने का तरीका हो सकता है. हालांकि, इस प्रक्रिया में बहुत अधिक लागत भी आती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत के लिए एक निर्वासन उड़ान की लागत लगभग 1 मिलियन डॉलर तक पहुंच गई है, जो कि नागरिक विमानों के इस्तेमाल की तुलना में तीन गुना अधिक है. यह भी एक चिंता का विषय है कि इस तरह के महंगे और राजनीतिक रूप से प्रेरित कदमों का क्या प्रभाव पड़ेगा.
अमेरिका द्वारा किए गए 300 से अधिक भारतीय निर्वासन
अब तक, अमेरिका ने अवैध रूप से रह रहे 300 से अधिक भारतीयों को वापस भेजा है. इन निर्वासन अभियानों ने भारत में एक व्यापक बहस को जन्म दिया है, जिसमें विपक्षी दलों ने इसे मानवाधिकारों के उल्लंघन और भारतीय नागरिकों के प्रति अमानवीय व्यवहार के रूप में देखा है. इन घटनाओं ने भारतीय-अमेरिकी समुदाय और दोनों देशों के आपसी संबंधों पर भी सवाल उठाए हैं, जबकि भारत सरकार को इस मुद्दे पर और अधिक स्पष्टता और मजबूती से अपनी स्थिति प्रस्तुत करने की आवश्यकता महसूस हो रही है.