पाकिस्तान में बाढ़ का कहर, पानी में डूबा करतारपुर साहिब गुरुद्वारा, देखिए Video
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में भारी बारिश से आई बाढ़ ने तबाही मचा दी है, नरोवाल स्थित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब और करतारपुर कॉरिडोर पूरी तरह पानी में डूब चुके हैं.

Gurdwara Kartarpur Sahib: पाकिस्तान में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ ने पंजाब प्रांत में तबाही मचा दी है. नरोवाल जिले में स्थित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब पूरी तरह से पानी में डूब गया है. तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि ऐतिहासिक गुरुद्वारा परिसर और करतारपुर कॉरिडोर बाढ़ के पानी में डूब चुके हैं.
करतारपुर कॉरिडोर, जो भारत से बिना वीजा यात्रा की सुविधा प्रदान करता है, इस बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. उधर, नदियों के जलस्तर में अचानक वृद्धि के चलते पाकिस्तान के कई इलाकों से लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. भारतीय बांधों से छोड़े गए अतिरिक्त पानी ने भी पाकिस्तान के निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति को और गंभीर बना दिया है.
पाक के पंजाब प्रांत में बाढ़ का बढ़ता खतरा
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में अब तक करीब दो लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है. नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और प्रशासन ने चेतावनी जारी कर दी है. पाकिस्तान की राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के अनुसार, सतलुज नदी में पानी का तेज बहाव दर्ज किया गया है और कई जिलों में बड़े पैमाने पर निकासी अभियान चलाया जा रहा है.
Today Morning Guruduwara Kartarpur Sahib is under water after heavy rainfall and flood around Narowal.
— Vishal Anand (@VishalAnand93) August 27, 2025
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पाक के पंजाब सरकार का बयान
पाकिस्तान के पंजाब सरकार ने अपने आधिकारिक X अकाउंट पर लिखा कि पंजाब अत्यधिक जलस्तर के कारण बाढ़ की स्थिति का सामना कर रहा है. रावी, चेनाब और सतलुज नदियों में जलप्रवाह खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है. रावी नदी के कोट नैना पर 2,30,000 क्यूसेक पानी का बहाव दर्ज हुआ है, वहीं चेनाब नदी के हेड मराला पर जलप्रवाह 9,22,000 क्यूसेक तक पहुंच गया है. बाढ़ की भयावहता को देखते हुए पंजाब सरकार ने सात जिलों में राहत एवं बचाव कार्यों के लिए सेना को तैनात कर दिया है.
बड़े पैमाने पर बचाव अभियान
सरकार के अनुसार, कसूर जिले से 14,000 से ज्यादा लोगों को निकाला गया है, जबकि बहावलनगर शहर से करीब 89,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया. दोनों इलाके भारत-पाकिस्तान सीमा के नजदीक हैं और बाढ़ की मार झेल रहे हैं. NDMA ने लोगों से अपील की है कि वे नदियों, नालों और निचले इलाकों से दूर रहें. संस्था ने कहा कि लोग अनावश्यक यात्रा ना करें और मीडिया, मोबाइल फोन और NDMA की डिजास्टर अलर्ट ऐप के जरिए जारी की गई चेतावनियों का पालन करें.


