भारत-चीन के बीच फिर से उड़ानें शुरू, सीमा व्यापार और व्यापारिक रास्ते को मिली को हरी झंडी
नई दिल्ली में चीन के विदेश मंत्री वांग यी की दो दिवसीय यात्रा के बाद भारत और चीन के रिश्तों में नई हलचल देखने को मिली है. दोनों देशों ने कई अहम फैसले लिए हैं. इसके साथ ही दोनों पड़ोसी देशों ने सीमा व्यापार खोलने, धार्मिक तीर्थयात्रा को आगे बढ़ाने और सीमा प्रबंधन पर नए तंत्र स्थापित करने पर भी सहमति जताई है.

India-China: नई दिल्ली में चीन के विदेश मंत्री वांग यी की दो दिवसीय यात्रा के बाद भारत और चीन के रिश्तों में नई हलचल देखने को मिली है. दोनों देशों ने कई अहम फैसले लिए हैं, जिनमें सबसे प्रमुख है जल्द ही भारतीय शहरों और चीनी मुख्य भूमि के बीच सीधी उड़ानों की बहाली. इसके साथ ही दोनों पड़ोसी देशों ने सीमा व्यापार खोलने, धार्मिक तीर्थयात्रा को आगे बढ़ाने और सीमा प्रबंधन पर नए तंत्र स्थापित करने पर भी सहमति जताई है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी विदेश मंत्री वांग यी की मुलाकात ने इन फैसलों को और भी अहम बना दिया है.
जल्द शुरू होंगी उड़ानें
विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया कि दोनों पक्षों ने भारत और चीनी मुख्य भूमि के बीच सीधी उड़ान कनेक्टिविटी को जल्द से जल्द बहाल करने पर सहमति जताई है. इसके अलावा, एक अद्यतन हवाई सेवा समझौते को अंतिम रूप देने की दिशा में भी सहमति बनी. साथ ही, पर्यटकों, व्यवसायियों, मीडिया और अन्य लोगों को वीजा सुविधा प्रदान करने पर भी सहमति व्यक्त की गई. डोकलाम संकट के बाद उड़ान सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं, और कोविड-19 महामारी ने इस प्रक्रिया को और लंबा खींच दिया था.
कैलाश-मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू होगी
वर्ष 2026 से कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील पर भी दोनों पक्षों ने सहमति जताई कि की भारतीय तीर्थयात्रा जारी रहेगी और इसे आगे भी विस्तारित किया जाएगा.
भारत और चीन ने तीन निर्दिष्ट व्यापारिक मार्गों से सीमा व्यापार खोलने का निर्णय लिया है. ये दर्रे हैं:
लिपुलेख दर्रा
शिपकी ला दर्रा
नाथू ला दर्रा
सीमा प्रबंधन के लिए नए रास्ते
भारत और चीन ने सीमा संबंधी मुद्दों पर कम से कम तीन नए तंत्र स्थापित करने पर सहमति जताई. विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों देश मौजूदा राजनयिक और सैन्य माध्यमों का उपयोग करके सीमा प्रबंधन और तनाव कम करने के लिए बातचीत शुरू करेंगे.
वांग और नरेंद्र मोदी की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में वांग यी से अपने आवास पर मुलाकात की. इससे पहले वांग यी ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ उच्चस्तरीय मीटिंग कीं. चीन के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि वांग यी ने डोभाल से बातचीत में जोर दिया कि भारत और चीन के बीच स्थिर और रचनात्मक संबंध दोनों देशों के मूल हितों की पूर्ति करते हैं. वांग ने कहा कि बातचीत के जरिए आपसी विश्वास और सहयोग को बढ़ाने की आवश्यकता है.


