गाजा युद्धविराम उम्मीद से बेहतर...इजरायल यात्रा के दौरान जेडी वेंस बोले- स्थायी शांति में बदलने के लिए 'थोड़ा धैर्य' जरूरी
JD Vance Israel visit : अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने इजराइल की यात्रा के दौरान गाज़ा युद्धविराम पर संतोष जताया और कहा कि यह उम्मीद से बेहतर चल रहा है. उन्होंने हमास को चेतावनी दी कि सहयोग न करने पर उसका अंत तय है. उन्होंने सुरक्षा, पुनर्निर्माण और मानवीय सहायता पर ज़ोर दिया. हालांकि, गाज़ा की भविष्य की सरकार, हमास का निरस्त्रीकरण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल की तैनाती अब भी चुनौती बने हुए हैं.

JD Vance Israel visit : अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की हालिया इजराइल यात्रा ने गाज़ा युद्धविराम को लेकर वैश्विक मंच पर अमेरिका की भूमिका को फिर से केंद्र में ला दिया है. यह यात्रा ऐसे समय हुई जब इजराइल और हमास के बीच दो साल से जारी खूनी संघर्ष के बाद, 10 अक्टूबर को लागू हुआ युद्धविराम समझौता नाजुक स्थिति में है. वेंस ने इस युद्धविराम को अपेक्षा से बेहतर बताया, जबकि हाल के दिनों में कुछ हिंसक घटनाओं ने इसे संकट में डालने की कोशिश की. इस बीच, अमेरिका और इजराइल के बीच नए सैन्य और मानवीय समन्वय केंद्र की स्थापना की गई है, जहाँ से युद्धविराम की निगरानी और भविष्य की सुरक्षा रणनीति पर कार्य हो रहा है.
वेंस ने अपने बयान में इस बात पर बल दिया कि युद्धविराम को स्थायी शांति में बदलने के लिए 'थोड़ा धैर्य' जरूरी है. उन्होंने कहा कि इस चरण में फोकस लोगों की बुनियादी जरूरतों जैसे भोजन, दवाओं और पुनर्निर्माण पर होना चाहिए, न कि गाज़ा के दीर्घकालिक प्रशासन पर. उनके साथ आए अन्य अमेरिकी प्रतिनिधियों ने भी यह संकेत दिया कि अगर हमास शांति योजना का पालन नहीं करता, तो उसके खिलाफ 'क्रूर और तीव्र कार्रवाई' की जाएगी. यह चेतावनी अमेरिकी रुख को कठोर बनाती है, जिसमें अब कूटनीतिक प्रयासों के साथ-साथ दबाव की रणनीति भी शामिल है.
अमेरिका गाजा में कोई सैन्य हस्तक्षेप नहीं करेगा
इस दौरान यह भी स्पष्ट किया गया कि अमेरिका गाजा में कोई जमीनी सैन्य हस्तक्षेप नहीं करेगा, हालांकि अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल की रूपरेखा तैयार की जा रही है, जिसमें तुर्की, इंडोनेशिया, जर्मनी, ब्रिटेन और जॉर्डन जैसे देशों की भागीदारी संभावित है. वेंस की यात्रा के दौरान गाज़ा में कुछ और बंधकों के शव भी सौंपे गए, जिससे संकेत मिला कि युद्धविराम के तहत शर्तों पर आंशिक रूप से अमल हो रहा है, लेकिन हमास की रफ्तार से इज़राइली पक्ष निराश है.
गाजा में खाद्य सामग्री और दवाओं की भारी कमी
इस बीच गाज़ा की मानवीय स्थिति भी चिंताजनक बनी हुई है. सहायता एजेंसियों के मुताबिक अभी भी वहाँ खाद्य सामग्री और दवाओं की भारी कमी है. बाजारों में जरूरी वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं, जिससे स्थानीय लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है. हमास ने दुकानों पर छापेमारी कर कृत्रिम महंगाई पर अंकुश लगाने की कोशिश की है, लेकिन आर्थिक तंत्र बुरी तरह चरमरा गया है. बैंकिंग सेवाएँ बंद हैं और लोग कर्ज पर निर्भर होकर दैनिक जरूरतें पूरी कर रहे हैं.
यह स्पष्ट है कि गाजा युद्धविराम फिलहाल स्थायी समाधान से दूर है. अमेरिका इस बार शांति प्रक्रिया को कूटनीतिक भाषणों से आगे ले जाकर जमीनी परिणामों में बदलना चाहता है. वेंस की यह यात्रा एक संकेत है कि वॉशिंगटन अब केवल देख रहा नहीं, बल्कि सक्रिय रूप से रणनीति बना रहा है. इस पहल का भविष्य इस पर निर्भर करेगा कि क्या हमास समझौते का पालन करता है, और क्या अंतरराष्ट्रीय समुदाय पुनर्निर्माण और सुरक्षा तंत्र मंल सफल साझेदारी निभा पाता है.


