पाकिस्तान की एयरस्ट्राइक से कांपा अफगानिस्तान, स्पिन बोल्डक सीमा पर गोलियों-धमाकों के बीच 21 लोगों की मौत
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव बुधवार को एयरस्ट्राइक के बाद खुले संघर्ष में बदल गया। स्पिन बोलदक में पाकिस्तानी हमलों से 21 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

पाकिस्तान ने बुधवार को अफगानिस्तान के स्पिन बोलदक इलाके में हवाई हमले किए। स्थानीय लोगों ने बताया कि ड्रोन और लड़ाकू विमानों से बम गिराए गए। तीन तालिबान पोस्ट इस हमले में निशाना बने। अफगान सीमा पुलिस के अनुसार विस्फोट के बाद इलाके में काला धुआं छा गया। कई घरों की खिड़कियां टूट गईं और लोग दहशत में आ गए। यह हमला पिछले कई दिनों से बढ़ रहे तनाव का बड़ा संकेत है।
नागरिकों की जान गई
अफगान सीमा पुलिस ने बताया कि इस हमले में चार आम नागरिक मारे गए और दस घायल हुए। अस्पतालों में घायलों को भर्ती कराया गया जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। वहीं, रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार छह पाकिस्तानी पैरामिलिट्री सैनिक मारे गए। AFP ने दावा किया कि 15 अफगान नागरिकों की मौत हुई। अलग-अलग दावों ने हालात को और उलझा दिया है।
युद्ध का मैदान बना इलाका
स्पिन बोलदक का इलाका, जो आमतौर पर व्यापार और आवाजाही का केंद्र होता है, अब युद्ध का मैदान बन गया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में इलाके से उठता घना धुआं साफ दिखा। स्थानीय लोग घर छोड़कर भागने लगे। सीमा पर आवाजाही और व्यापार पूरी तरह ठप हो गया। इससे खाने-पीने की चीजों और जरूरी सामान की सप्लाई पर भी खतरा मंडराने लगा है।
तालिबान ने दी चेतावनी
तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने पाकिस्तान के हमलों को नाजायज़ करार दिया। उन्होंने कहा कि अफगान सेना अब चुप नहीं बैठेगी और ज़रूरी जवाब देगी। उनका आरोप है कि पाकिस्तान अपनी नाकाम सुरक्षा नीतियों को छिपाने के लिए अफगान क्षेत्र पर हमला कर रहा है। तालिबान लड़ाकों ने सीमा पर चौकियों को मजबूत करना शुरू कर दिया है।
पाकिस्तान का बचाव
इस्लामाबाद ने अपने कदम को सही ठहराया। पाकिस्तान ने कहा कि हमले सिर्फ आतंकियों के ठिकानों पर किए गए। पाकिस्तानी सेना का दावा है कि तालिबान के सहयोग से आतंकी पाकिस्तान पर हमले कर रहे थे। हालांकि मानवाधिकार संगठनों ने इन एयरस्ट्राइक की आलोचना की है। उनका कहना है कि आम लोगों पर बमबारी किसी भी हालत में सही नहीं ठहराई जा सकती।
दुनिया की चिंता बढ़ी
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस टकराव ने चिंता बढ़ा दी है। काबुल और इस्लामाबाद में मौजूद दूतावासों ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है। मानवीय संगठनों का कहना है कि सीमा से सटे गांवों में लोग पलायन कर रहे हैं। जानकारों का कहना है कि दोनों देशों की कमजोर अर्थव्यवस्था इस तरह की लड़ाई सहन नहीं कर पाएगी।
सीमा पर धमाकों की गूंज
रात तक सीमा पर गोलियों और धमाकों की आवाजें आती रहीं। स्पिन बोलदक क्रॉसिंग पर हालात बेहद तनावपूर्ण हैं। दोनों ओर सैनिकों की तैनाती और बढ़ा दी गई है। लोग डर के साये में जी रहे हैं और आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ने की आशंका है। विश्लेषकों का कहना है कि अगर जल्दी समाधान नहीं निकला तो यह टकराव बड़े युद्ध में बदल सकता है।


