भारत हमेशा जैश जैसे आतंकी संगठनों से हुआ प्रभावित, UN में भारत ने खोली पाकिस्तान के दावों की पोल

संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में भारत ने एक बार फिर आतंकवाद का मुद्दा उठाया. यूएन में भारत के स्थाई प्रतिनिधि पर्वतनेनी हरीश ने कहा कि भारत जैश मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के जरिए पाकिस्तान के आतंकी कृत्यों का शिकार बनता रहा है. उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी पाकिस्तान आतंकवाद से लड़ने पर अपनी पीठ थपथपाता है. दरअसल, वह पाकिस्तान के डिप्टी सीएम और विदेश मंत्री इशाक डार द्वारा उठाए जम्मू-कश्मीर के मुद्दे का जवाब दे रहे थे.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में एक बार फिर भारत ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया. भारत ने कहा कि हम जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के जरिए पाकिस्तान के आतंकी कृत्यों का शिकार हो रहे हैं और यह एक बड़ी विडंबना है कि पाकिस्तान आतंकवाद से लड़ने का दावा करते हुए अपनी पीठ थपथपाता है.

बहुपक्षवाद और ग्लोबल गर्वनेंस में सुधार पर हुई चर्चा

चीन की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में पाकिस्तान के डिप्टी पीएम और विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक डार भी शामिल थे. उन्होंने यूएनएसी की बैठक में एक बार फिर जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठााया, जिसका भारत ने कड़ा विरोध करते हुए जवाब दिया. डार यूएनएसी में बहुपक्षवाद और ग्लोबल गर्वनेंस में सुधार के विषय पर बोल रहे थे. यूएन में में भारत के स्थाई प्रतिनिधि पर्वतनेनी हरीश ने कड़े शब्दों में देश का रुख स्पष्ट किया.

हरीश ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का वैश्विक केंद्र है और 20 से अधिक आतंकवादी संगठनों को संरक्षण देता है, जो संयुक्त राष्ट्र की लिस्ट में शामिल हैं. उन्होंने कहा कि वह सीमा पार आतंवाद को समर्थन देता है. उन्होंने कहा कि इसलिए यह एक बड़ी विडंबना है जब पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे होने के लिए खुद की पीठ थपथपाता है. भारत जैश-ए-मोहम्मद और हरकत उल मुजाहिदीन जैसे कई अन्य आतंकवादी संगठनों के जरिये इस देश द्वारा किए गए आतंकवादी कृत्यों का शिकार रहा है.

भारत और अमेरिका के प्रस्तावों पर चीन ने लगाया वीटो

पाकिस्तान स्थित कई आतंकवादी संगठन और लोग संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ‘1267 अलकायदा प्रतिबंध समिति’ के तहत लिस्टेड हैं और उनकी संपत्ति जब्त की गई है. इतना ही नहीं उनकी यात्राएं भी बैन हैं. पहले भी में पाकिस्तान के मित्र चीन ने भारत और अमेरिका जैसे उसके सहयोगियों द्वारा संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों को काली सूची में डालने के लिए दावों को रोका है. 

आतंकवाद को उचित नहीं ठहराया जा सकता

हरीश ने जोर देकर आगे  कहा कि आतंकवाद का ना कोई रूप होता है. आतंकवाद किसी भी तरीके से किया गया हो. उसे उचित नहीं ठहराया जा सकता. उन्होंने कहा कि कोई भी राजनीतिक शिकायत निर्दोष नागरिकों के खिलाफ किए गए आतंकवाद को उचित नहीं ठहरा सकती. यह संस्था अच्छे और बुरे आतंकवादियों के बीच कोई अंतर नहीं कर सकती है. उन्होंने कहा कि इशाक डार को इस बात पर ध्यान देना चाहिए और परिषद का समय बर्बाद न किया जाए.

पाकिस्तान का 'पीओके' पर अवैध कब्जा

इसके साथ ही भारतीय राजदूत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर हमेशा से भारत का अभिन्न व अविभाज्य अंग था, है और रहेगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने ‘जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों’ यानी पीओके पर अवैध कब्जा कर रखा है. उन्होंने कहा कि गलत सूचना और भ्रामक जानकारी, झूठ व गलत प्रचार पाकिस्तान के अभियान जमीनी हकीकत को नहीं बदल सकते.

राजदूत पर्वतनेनी हरीश ने कहा कि पिछले साल सितंबर-अक्टूबर में हुए विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए जम्मू-कश्मीर के लोगों ने चुनाव में हिस्सा लिया और अपनी सरकार चुनने के लिए बड़ी संख्या में मतदान किया.

calender
19 February 2025, 04:47 PM IST

जरूरी खबरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो