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बस एक हमला और आ जाएगी कयामत! ईरान-इजरायल जंग में UN की कड़ी चेतावनी

Iran Israel Conflict: ईरान और इजरायल के बीच जारी संघर्ष अब खतरनाक मोड़ पर पहुंचता दिख रहा है. संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी एजेंसी ने चेतावनी दी है कि अगर ईरान के बुशहर परमाणु संयंत्र को निशाना बनाया गया, तो मिडिल ईस्ट में भयावह परमाणु तबाही मच सकती है. IAEA प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने इसे वैश्विक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया है.

Shivani Mishra
Edited By: Shivani Mishra

Iran Israel Conflict: मिडिल ईस्ट में छिड़ी जंग अब और खतरनाक मोड़ पर पहुंचती नजर आ रही है. ईरान और इजरायल के बीच जारी संघर्ष के बीच अब अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की चेतावनी ने दुनिया भर की चिंता बढ़ा दी है. IAEA के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने साफ किया है कि अगर ईरान के बुशहर स्थित परमाणु संयंत्र को निशाना बनाया गया, तो इसके परिणाम अत्यंत विनाशकारी हो सकते हैं.

राफेल ग्रॉसी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक में चेताते हुए कहा कि बुशहर रिएक्टर पर किसी भी तरह का हमला मिडिल ईस्ट में परमाणु आपदा को जन्म दे सकता है. अभी तक रेडिएशन लीक की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन हालात तेजी से उस ओर बढ़ रहे हैं जहां जरा-सी चूक भारी तबाही का कारण बन सकती है.

परमाणु ठिकानों को लेकर UN की चेतावनी

राफेल ग्रॉसी ने कहा, "अगर बुशहर पर हमला होता है, तो भारी मात्रा में रेडियोधर्मी पदार्थ का रिसाव हो सकता है, जिससे हजारों लोगों की जान पर बन आएगी." उन्होंने बताया कि हाल के कुछ घंटों में मिडिल ईस्ट के कई देशों ने उनसे संपर्क कर गंभीर चिंता जताई है.

IAEA प्रमुख ने कहा कि बुशहर परमाणु संयंत्र में हज़ारों किलोग्राम संवेदनशील परमाणु सामग्री मौजूद है. यदि उस पर हमला होता है तो रिएक्टर की पावर सप्लाई लाइनों को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है, जिसका असर सैकड़ों किलोमीटर तक फैल सकता है.

रेडिएशन का खतरा और मानव संकट

अगर हमला होता है तो स्थानीय लोगों को कई सौ किलोमीटर दूर तक विस्थापित करना पड़ सकता है. आम नागरिकों को रेडिएशन से बचाने के लिए आयोडीन की गोलियों का सेवन करवाना पड़ सकता है. साथ ही, खाद्य आपूर्ति पर भी कड़े प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं, जिससे मानवीय संकट और गहरा सकता है.

13 जून के हमले ने बढ़ाई चिंता

बता दें कि 13 जून को इजरायल ने ईरान पर अचानक हमला कर दिया था. इसमें ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों के साथ ही वैज्ञानिकों और शीर्ष सैन्य अधिकारियों को निशाना बनाया गया. इसके बाद से ही क्षेत्र में तनाव और खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है.

वॉशिंगटन स्थित ईरानी मानवाधिकार संगठन का दावा है कि इस हमले में अब तक 657 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 263 आम नागरिक शामिल हैं. वहीं, 2,000 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं.

ईरान का पलटवार, इजरायल पर भारी हमला

इजरायल की कार्रवाई के जवाब में ईरान ने भी जबरदस्त पलटवार किया है. अब तक ईरान ने इजरायल की ओर 450 मिसाइलें और 1,000 ड्रोन लॉन्च किए हैं. इस हमले में 24 इजरायली नागरिकों की मौत और सैकड़ों घायल होने की खबर है.

नेतन्याहू का ऐलान – 'हम पीछे नहीं हटेंगे'

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कहा है कि उनका देश ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले जारी रखेगा. उन्होंने कहा, "हम तब तक लड़ेंगे, जब तक ईरान के परमाणु कार्यक्रम को पूरी तरह खत्म नहीं कर देते. यह हमारे लिए बहुत बड़ा खतरा है."

वहीं ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है और उसे नष्ट करने का प्रयास अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है.

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21 June 2025, 12:44 PM IST

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