नूर खान एयरबेस पर अब अमेरिका का कब्जा? पाक विश्लेषक इम्तियाज गुल का चौंकाने वाला दावा
पाक विश्लेषक इम्तियाज गुल ने दावा किया है कि नूर खान एयरबेस अब अमेरिकी नियंत्रण में है, जहां पाक सेना भी दखल नहीं दे सकती. हाल ही में भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत इस रणनीतिक एयरबेस को निशाना बनाकर बड़ा संदेश दिया है.

पाकिस्तान के जाने-माने विश्लेषक इम्तियाज गुल का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें उन्होंने पाकिस्तान वायुसेना के नूर खान एयरबेस को लेकर चौंकाने वाला दावा किया है. इम्तियाज गुल का कहना है कि ये एयरबेस अब पूरी तरह से अमेरिकी नियंत्रण में है और यहां तक कि पाकिस्तान सेना के अधिकारियों को भी हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं है. ये दावा ऐसे समय में सामने आया है जब हालहीं में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के खिलाफ सटीक हवाई हमले किए.
एयरबेस पर अमेरिकी नियंत्रण का दावा
इम्तियाज गुल वायरल वीडियो में कहते हुए नजर आ रहे हैं कि पाकिस्तान का नूर खान एयरबेस अब अमेरिकियों के अधीन है. यहां तक कि पाक सेना के अधिकारियों को भी वहां हस्तक्षेप की इजाजत नहीं है. उन्होंने ये भी संकेत दिया कि अमेरिकी विमान यहां बार-बार देखे गए हैं और उनके साथ लाए गए कार्गो को लेकर कोई पारदर्शिता नहीं है. इम्तियाज गुल का ये बयान पाकिस्तान की संप्रभुता और सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाता है.
🚨SHOCKING: “Pakistan’s Nur Khan Airbase reportedly under American control — even Pak Army officers aren’t allowed to interfere” says a Pakistani journalist.
— BALA (@erbmjha) June 2, 2025
China already owns swathes of land, CPEC routes, and ports.
At this point, is there anything in Pakistan that Pakistan… pic.twitter.com/z7huCYIxN6
जब भारत ने नूर खान एयरबेस को किया टारगेट
भारत ने हाल ही में 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत नूर खान एयरबेस पर हमला किया था. ये कार्रवाई अनंतनाग जिले के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी. इनमें से ज्यादातर पर्यटक थे. भारतीय वायुसेना द्वारा किया गया ये हमला पाकिस्तान के लिए एक गंभीर रणनीतिक झटका माना जा रहा है.
सैन्य परिवहन और लॉजिस्टिक ऑपरेशनों की रीढ़
नूर खान एयरबेस केवल एक साधारण सैन्य अड्डा नहीं है, बल्कि ये पाकिस्तान की वायुसेना का एक महत्वपूर्ण कमांड सेंटर है. ये एयरबेस रावलपिंडी स्थित पाकिस्तान सेना मुख्यालय से महज कुछ किलोमीटर की दूरी पर है और राजधानी इस्लामाबाद से भी केवल 10 किलोमीटर दूर स्थित है. इसके निकट ही पाकिस्तान के न्यूक्लियर आर्सेनल की निगरानी करने वाली संस्था ‘स्ट्रेटेजिक प्लान्स डिवीजन’ का मुख्यालय भी स्थित है.
नूर खान एयरबेस पाकिस्तान वायुसेना के मुख्य परिवहन स्क्वाड्रनों का केंद्र है. यहां C-130 हरक्यूलिस और IL-78 जैसे एयरक्राफ्ट तैनात हैं, जो लॉजिस्टिक और स्ट्रेटेजिक एयरलिफ्ट ऑपरेशनों के लिए जरूरी माने जाते हैं. इस एयरबेस की क्षति पाकिस्तान की वायुसेना की संचालन क्षमता को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है.
शैक्षणिक संस्थानों का भी केंद्र
ये एयरबेस केवल सैन्य दृष्टिकोण से ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि इसके परिसर में कई महत्वपूर्ण शैक्षणिक संस्थान भी स्थित हैं. इनमें प्रमुख हैं PAF कॉलेज चकलाला और फजाया इंटर कॉलेज नूर खान. जहां PAF कॉलेज चकलाला में एविएशन कैडेट्स को ट्रेनिंग दी जाती है, वहीं फजाया इंटर कॉलेज स्थानीय छात्रों को उच्च शिक्षा प्रदान करता है.


