इजराइल का 'कठिन दिन': हमास ने बंधकों के लौटाए शव, नेतन्याहू ने 'फिर कभी ऐसा नहीं करने' की खाई कसम
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने एक गंभीर वीडियो बयान में इस पल की पीड़ा को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि "इज़राइल राज्य के लिए एक बहुत ही मुश्किल दिन है, लेकिन उन्होंने यह भी संकल्प लिया, "हमें दुख है, हमें तकलीफ़ है, लेकिन हम यह सुनिश्चित करने के लिए भी दृढ़ हैं कि ऐसा कुछ फिर कभी न हो।"

फिलिस्तीन के उग्रवादी संगठन हमास ने गुरुवार को 4 इजराइली बंधकों के शव रेड क्रॉस एजेंसी को लौटा दिए है। इनमें शिरी बिबास और उनके 2 बच्चे एरियल बिबास और केफिर बिबास शामिल हैं। केफिर बिबास जिन्हें 7 अक्टूबर के हमले के दौरान उनकी मां शिरी के साथ पकड़ लिया गया था। शिरी का शव भी आज लौटा दिया गया। उनके अवशेषों की वापसी से इसराइल में शोक की लहर दौड़ गई है, राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग ने कहा, "पीड़ा, दर्द, कोई शब्द नहीं है। हमारा दिल - पूरे देश का दिल - टूटकर बिखर गया है।"
वाहनों पर लगी हुई थी मृतकों की तस्वीर
सोशल मीडिया पर वीडियो में रेड क्रॉस के वाहनों को गाजा से चार काले ताबूत ले जाते हुए दिखाया गया, जिनमें से प्रत्येक पर मृतक बंधकों की एक छोटी तस्वीर लगी हुई थी। एरियल, केफिर और शिरी के साथ-साथ एक अन्य बंधक ओडेड लिफशिट्ज़ का शव भी अमेरिका के समर्थन से कतर और मिस्र द्वारा मध्यस्थता किए गए युद्धविराम समझौते के तहत लौटाया गया।
प्रचार प्रदर्शन
इस हस्तांतरण के दौरान दक्षिणी गाजा के खान यूनिस में परेशान करने वाले दृश्य देखने को मिले, जहां हमास के उग्रवादियों ने इजरायल को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए एक प्रचार प्रदर्शन किया। एक बड़े पोस्टर में नेतन्याहू को पिशाच के रूप में दिखाया गया था, जिसमें एक संदेश था कि इजरायल ने हवाई हमलों से बंधकों को मार डाला। बैनर पर लिखा था, "युद्ध अपराधी नेतन्याहू और उनकी नाजी सेना ने ज़ायोनी युद्धक विमानों से मिसाइलों से उन्हें मार डाला।"


