गाजा में इजरायली हमलों से फिर मची तबाही, बच्चों और महिलाओं की दर्दनाक मौतें
गाजा में इजरायली हमलों में महिलाओं और बच्चों समेत 15 लोग मारे गए, जिनमें दो परिवार खान यूनिस में टेंट पर हमले में खत्म हो गए. गाजा की अधिकांश जल आपूर्ति ठप है, और लोग खारे व प्रदूषित पानी पीने को मजबूर हैं. 10 सप्ताह से जारी नाकाबंदी ने हालात और बिगाड़ दिए हैं. इजरायल का दावा है कि वह हमास को निशाना बना रहा है, जबकि नागरिकों की मौतें बढ़ती जा रही हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप इस सप्ताह खाड़ी देशों का दौरा करेंगे लेकिन इजरायल नहीं जाएंगे. अब तक 52,800 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं.

गाजा पट्टी में इजरायल द्वारा किए गए ताजा हवाई हमलों ने रविवार को फिर से कई निर्दोष जानें ले लीं. स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने जानकारी दी कि इन हमलों में 15 लोगों की जान चली गई, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. खान यूनिस शहर में स्थित टेंटों पर दो अलग-अलग हमले हुए, जिनमें प्रत्येक में दो छोटे बच्चे और उनके माता-पिता की जान चली गई. इन सभी के शव नासिर अस्पताल पहुंचाए गए.
अन्य इलाकों में भी जानलेवा हमले
इन परिवारों के अलावा अन्य सात लोगों की मौत गाजा के विभिन्न हिस्सों में हुए हमलों में हुई. इनमें गाजा सिटी के एक मोहल्ले में मारे गए एक व्यक्ति और उसके बच्चे की भी पुष्टि हुई है. हालांकि इजरायली सेना का कहना है कि वे केवल उग्रवादियों को निशाना बनाते हैं और नागरिकों की रक्षा करने की पूरी कोशिश करते हैं, जमीनी हकीकत इससे काफी अलग नजर आ रही है.
हमास को बताया जा रहा है जिम्मेदार
इजरायली अधिकारियों का तर्क है कि हमास जानबूझकर घनी आबादी वाले इलाकों में छिपता है, जिससे आम नागरिक हताहत होते हैं. हालांकि, इस तर्क के बावजूद हालिया हमलों पर इजरायल ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है.
गाजा में मानवीय संकट चरम पर
इजरायल ने पिछले 10 सप्ताह से गाजा को हर प्रकार के आयात से सील कर रखा है, जिसमें खाद्य सामग्री, दवाएं और राहत सामग्री शामिल हैं. उनका दावा है कि यह दबाव बनाने की रणनीति है ताकि हमास बंधकों को रिहा करने के लिए मजबूर हो. युद्धविराम टूटने के बाद मार्च में हमले फिर से तेज कर दिए गए.
संयुक्त राष्ट्र और राहत संगठनों के अनुसार, गाजा में भोजन और पीने के पानी की गंभीर किल्लत है और लोग कुपोषण और बीमारियों से जूझ रहे हैं. रविवार को उत्तरी गाजा के एक ध्वस्त इलाके में बच्चे खाली बोतलें लेकर पानी के टैंकर के पीछे दौड़ते नजर आए. स्थानीय लोगों ने बताया कि यह पानी एक धर्मार्थ संस्था द्वारा लाया गया था.
पीने के पानी की भारी कमी
स्थानीय निवासी महमूद रादवान ने कहा, “हमें मजबूरी में खारा और दूषित पानी पीना पड़ रहा है, जिससे पेट की बीमारियां हो रही हैं, लेकिन इलाज के लिए दवाइयां नहीं हैं.” इजरायली सैन्य निकाय COGAT ने दावा किया है कि युद्धविराम के दौरान पर्याप्त सहायता पहुंचाई गई और मुख्य जल पाइपलाइनों में से दो अब भी चालू हैं.
ट्रंप का संभावित दौरा, इजरायल नहीं शामिल
इस संकट के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस सप्ताह खाड़ी देशों सऊदी अरब, कतर और यूएई का दौरा करेंगे, लेकिन इजरायल उनकी यात्रा का हिस्सा नहीं होगा. यह युद्ध तब शुरू हुआ था जब 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने दक्षिणी इजरायल पर हमला कर 1,200 लोगों की हत्या की और 251 लोगों को बंधक बना लिया.