ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी नहीं थमा जैश का आतंक! बहावलपुर टेरर सेंटर फिर सक्रिय, स्विमिंग पूल भी खुला
ऑपरेशन सिंदूर के बाद तबाह किए गए जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर स्थित मदरसे और कुख्यात स्विमिंग पूल को पाकिस्तान में फिर से खोल दिया गया है.

भारतीय वायुसेना ने 6 और 7 मई की रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए हमला किया था. इस ऑपरेशन में भारत ने ना सिर्फ पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, बल्कि बहावलपुर में मौजूद जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय को भी तबाह कर दिया था. माना जा रहा था कि इस हमले के बाद जैश की गतिविधियों पर लगाम लगेगी, लेकिन कुछ ही हफ्तों में एक बार फिर बहावलपुर स्थित मदरसे और टेरर ट्रेनिंग कैंप में हलचल तेज हो गई है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बहावलपुर स्थित सुभान अल्लाह मदरसे के भीतर मौजूद कुख्यात स्विमिंग पूल को फिर से खोल दिया गया है. यही नहीं, मदरसे की सभी गतिविधियां भी दोबारा शुरू कर दी गई हैं. ये वही मदरसा है जहां जैश के आतंकी ना केवल ट्रेनिंग लेते रहे हैं, बल्कि हमलों से पहले यहां रुकते और तैयारियां करते रहे हैं.
फिर से खुला ‘आतंकी ट्रेनिंग’ का अड्डा
भारतीय हमले में भारी नुकसान उठाने के बावजूद जैश-ए-मोहम्मद को पाक सरकार और सेना का समर्थन मिल रहा है. इसी का नतीजा है कि सुभान अल्लाह मदरसे का परिसर दोबारा सक्रिय हो गया है. यहां का स्विमिंग पूल, जो पहले भी बदनाम रहा है, अब फिर से खोल दिया गया है. दावा किया जा रहा है कि इस पूल में बच्चों को तैराकी सिखाई जाती है, लेकिन असलियत ये है कि यहां जैश के आतंकी हमलों से पहले रिलैक्स करते और फोटोज लेते थे.
सोशल मीडिया पर किया एलान
जैश-ए-मोहम्मद ने सोशल मीडिया पर एलान करते हुए बताया कि बहावलपुर मदरसे के करीब 600 छात्रों ने अपनी नियमित गतिविधियां दोबारा शुरू कर दी हैं. इसमें स्विमिंग पूल का खुलना भी शामिल है. एक भारतीय अधिकारी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गर्मी के मौसम में ये पूल गरीब बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र होता है और जैश इसका इस्तेमाल नए आतंकियों की भर्ती के लिए करता रहा है.
2019 पुलवामा हमले से भी जुड़ा है ये पूल
ये स्विमिंग पूल कोई साधारण सुविधा नहीं है. साल 2019 के पुलवामा हमले को अंजाम देने वाले आतंकी उमर फारूक, तलहा रशीद अल्वी, इस्माइल अल्वी और रशीद बिल्ला ने कश्मीर रवाना होने से पहले इसी पूल में तस्वीरें खिंचवाई थीं. ऐसे में इस पूल का दोबारा खुलना इस बात का संकेत है कि जैश अपनी आतंकी गतिविधियों को फिर से तेज कर चुका है.
सिर्फ मदरसा नहीं, आतंकी नेटवर्क का गढ़
18 एकड़ में फैला बहावलपुर का ये परिसर पाकिस्तान सरकार के अनुसार एक मदरसा और हॉस्टल है, लेकिन असल में ये जैश-ए-मोहम्मद का मुख्य ट्रेनिंग सेंटर है. यहां 12,000 छात्रों के लिए हॉस्टल, खेल सुविधाएं, स्विमिंग पूल और अन्य ढांचे हैं. कई कुख्यात आतंकियों के घर भी इसी परिसर में बने हुए हैं, जहां से वे अपनी गतिविधियों को अंजाम देते हैं.


