दिल्ली ब्लास्ट के बाद PoK में लश्कर-ए-तैयबा की हलचल तेज, कोटली में टॉप कमांडरों की हुई गुप्त मीटिंग
दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा फिर जाग उठा है. खुफिया सूत्रों के अनुसार PoK के कोटली में कमांडर अब्दुल रऊफ और रिजवान हनीफ की गुप्त मीटिंग हुई है.

नई दिल्ली: दिल्ली में हुए धमाके के बाद पाकिस्तान में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा फिर से सक्रिय होता दिखाई दे रहा है. खुफिया सूत्रों के मुताबिक, बुधवार को PoK के कोटली इलाके में लश्कर के शीर्ष कमांडरों अब्दुल रऊफ और रिजवान हनीफ के बीच एक अहम मीटिंग हुई. बताया जा रहा है कि इस मीटिंग में दोनों आतंकियों का फूलों से स्वागत किया गया और भारत में आतंकी नेटवर्क को दोबारा मजबूत करने की योजना पर विस्तार से चर्चा की गई.
सूत्रों का कहना है कि यह मींटिग दिल्ली धमाके के बाद की बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकती है. माना जा रहा है कि इस दौरान आतंकी संगठन ने अपने स्लीपर सेल्स को सक्रिय करने और भारत के भीतर नए हमलों की तैयारी करने पर विचार किया.
PoK में हुई मीटिंग में तैयार हुआ आतंकी प्लान
खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, कोटली में हुई यह बैठक लश्कर के पुनर्गठन के संकेत देती है. मीटिंग में अब्दुल रऊफ और रिजवान हनीफ ने संगठन की रणनीतिक योजनाओं पर मंथन किया. बताया गया है कि यह चर्चा भारत के भीतर सक्रिय मॉड्यूल्स से दोबारा संपर्क स्थापित करने को लेकर हुई.
लश्कर और जैश के बीच की कड़ी
जानकारी के मुताबिक, रिजवान हनीफ, लश्कर-ए-तैयबा के PoK यूनिट का डेप्युटी अमीर है. वह लश्कर और जैश-ए-मोहम्मद के बीच एक मुख्य कड़ी के रूप में काम करता है. हनीफ हिलाल-उल-हक ब्रिगेड नामक संयुक्त कॉम्बैट यूनिट की कमान संभालता है, जो लश्कर और जैश का साझा गठजोड़ है. यह ब्रिगेड People’s Anti-Fascist Front के नाम से सक्रिय है और भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए जानी जाती है.
दिल्ली धमाके से जुड़ा संभावित संबंध
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, दिल्ली ब्लास्ट के तुरंत बाद हुई यह बैठक बेहद अहम मानी जा रही है. खुफिया सूत्रों का कहना है कि लश्कर इस हमले के बाद अपने नेटवर्क को फिर से जिंदा करने और भारत में अपनी मौजूदगी मजबूत करने की कोशिश कर रहा है. रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया है कि बैठक में भारत के अंदर स्लीपर सेल्स को सक्रिय करने और नई फंडिंग रणनीतियों पर चर्चा हुई.
पहलगाम हमले का आतंकी हबीब ताहिर का संपर्क
सुरक्षा सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है कि पहलगाम आतंकी हमले में शामिल आतंकी हबीब ताहिर, रिजवान हनीफ के सीधे संपर्क में था. यह खुलासा इस बात का सबूत है कि PoK में बैठे आतंकी कमांडर अब भी घाटी और भारत के अन्य हिस्सों में सक्रिय नेटवर्क से जुड़े हुए हैं. भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अब इस बैठक में शामिल अन्य आतंकियों की पहचान और उनके मंसूबों की जांच में जुटी हैं.


