नाटो देशों को रूसी जेट्स को मार गिराना चाहिए...जेलेंस्की से मुलाकात के दौरान बोले राष्ट्रपति ट्रंप
Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वे नाटो के देशों का समर्थन करेंगे जो रूसी विमानों को मारेंगे, लेकिन अमेरिका की भागीदारी परिस्थितियों पर निर्भर करेगी. ट्रंप ने यूक्रेन को रूस से छीने गए क्षेत्र वापस जीतने योग्य बताया और पुतिन की आर्थिक कमजोरियों पर ध्यान दिलाया. उन्होंने रूस को “कागजी शेर” बताया और कीव के लिए कार्रवाई का सही समय बताया.

Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि वे नाटो के उन देशों का समर्थन करेंगे जो अपने हवाई क्षेत्र में घुसपैठ करने वाले रूसी विमानों को मार गिराने का फैसला लेते हैं. हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ऐसी परिस्थिति में अमेरिका की सीधी भागीदारी हालात पर निर्भर करेगी. उन्होंने नाटो देशों की रक्षा खर्च बढ़ाने की सराहना करते हुए कहा कि यह गठबंधन अब और मजबूत हुआ है. ट्रंप ने कहा कि जब उन्होंने 2% से 5% तक सैन्य खर्च बढ़ाने पर सहमति जताई, तो यह असाधारण एकता का संकेत है.
यूक्रेन को लेकर बदला रुख
ट्रंप ने पहले युद्ध समाप्त करने की अपील की थी, लेकिन अब उनका कहना है कि यूक्रेन रूस से छीने गए सभी क्षेत्रों को वापस हासिल कर सकता है. उन्होंने यह टिप्पणी संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की से मुलाकात के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट की. उन्होंने लिखा कि मुझे लगता है कि यूक्रेन, यूरोपीय संघ और विशेष रूप से नाटो की मदद से, अपने मूल स्वरूप को वापस पा सकता है. समय, धैर्य और वित्तीय सहयोग के साथ, युद्ध से पहले की सीमाएं बहाल करना संभव है.
पुतिन पर ट्रंप का रुख
जब पत्रकारों ने ट्रंप से पूछा कि वे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर अब भी भरोसा करते हैं या नहीं, तो उन्होंने जवाब दिया कि मैं आपको लगभग एक महीने में बता दूंगा. यह बयान उनके बदलते रुख को दर्शाता है. इससे पहले वे पुतिन के साथ शांति वार्ता की दिशा में झुकाव दिखा चुके थे, जिससे उनके समर्थक भी चकित रह गए थे.
जेलेंस्की के साथ संबंध
ट्रंप का यूक्रेन के प्रति रुख हमेशा स्पष्ट नहीं रहा. फरवरी में व्हाइट हाउस में हुई एक बैठक में उन्होंने ज़ेलेंस्की से कहा था कि रूस को हराने के लिए आपके पास पर्याप्त साधन नहीं हैं. लेकिन अब उनका दृष्टिकोण बदल गया है. ट्रंप का कहना है कि रूस की आर्थिक स्थिति लगातार बिगड़ रही है, और यह यूक्रेन के लिए निर्णायक कार्रवाई करने का सही समय है.
अलास्का वार्ता के बाद पुतिन से नाराजगी
15 अगस्त को अलास्का में हुई शिखर वार्ता के बाद भी जब कोई ठोस नतीजा नहीं निकला, तब से ट्रंप का रुख और कठोर हो गया है. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मैंने साढ़े तीन साल पुराने युद्ध को खत्म करने के लिए पुतिन के साथ अपने रिश्ते पर भरोसा किया था, लेकिन दुर्भाग्य से इसका कोई मतलब नहीं निकला.
रूस को बताया कागजी शेर
ट्रंप ने कहा कि तीन साल से अधिक समय से चल रहे इस युद्ध के बाद रूस अब एक लक्ष्यहीन लड़ाई लड़ रहा है. उन्होंने यहां तक कहा कि रूस अब गंभीर परमाणु शक्ति कम और एक कागजी शेर अधिक नजर आ रहा है. उनके अनुसार, रूस की आर्थिक चुनौतियां यूक्रेन के लिए अवसर बन सकती हैं, और यही समय है जब कीव अपने खोए हुए क्षेत्रों को वापस जीत सकता है.


