अकेले खत्म कर सकते हैं ईरान के न्यूक्लियर ठिकाने.... नेतन्याहू ने दी चेतावनी, कहा- ‘कोई नहीं बचेगा’
इजरायल और ईरान के बीच जारी युद्ध के सातवें दिन प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि इजरायल अकेले ईरान के सभी परमाणु ठिकानों को निशाना बनाने में सक्षम है, लेकिन हर तरह की मदद का स्वागत है. उन्होंने दावा किया कि इज़रायल ने ईरान के आधे से ज्यादा मिसाइल लॉन्चरों को तबाह कर दिया है और यह युद्ध अब दुनिया का चेहरा बदल रहा है.

इजरायल और ईरान के बीच जारी भीषण संघर्ष के सातवें दिन इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट कर दिया है कि उनका देश ईरान के सभी परमाणु ठिकानों को अकेले नष्ट करने की क्षमता रखता है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय सहयोग का स्वागत रहेगा. उन्होंने कहा कि इजरायल ईरान की सभी न्यूक्लियर फैसिलिटीज पर हमला करने में सक्षम है, लेकिन हर मदद का स्वागत है.
नेतन्याहू ने यह भी कहा कि इजरायल सिर्फ मध्य पूर्व ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया का परिदृश्य बदल रहा है. उन्होंने दावा किया कि इज़रायल ने अब तक ईरान के "आधे से ज्यादा" मिसाइल लॉन्चरों को तबाह कर दिया है. इस बीच, तेहरान के हमलों में इजरायल के कई रिहायशी इलाके और अस्पताल निशाना बने, जिससे 240 से अधिक लोग घायल हो गए.
अकेले हमले की क्षमता, लेकिन सहयोग भी मंजूर
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पब्लिक ब्रॉडकास्टर 'कान' से बात करते हुए कहा, "हम ईरान के सभी परमाणु ठिकानों पर हमला करने में सक्षम हैं, लेकिन हर मदद का स्वागत है." जब उनसे अमेरिका की भूमिका पर पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के हित में फैसला लेंगे, और मैं इज़रायल के हित में."
‘दुनिया का चेहरा बदल रहा है’: नेतन्याहू
ईरान के खिलाफ चल रहे युद्ध पर बोलते हुए नेतन्याहू ने कहा, "मैंने पहले कहा था कि हम मध्य पूर्व का चेहरा बदल रहे हैं, अब मैं कहता हूं कि हम दुनिया का चेहरा बदल रहे हैं." उन्होंने बताया कि अब तक ईरान के आधे से अधिक मिसाइल लॉन्चिंग सिस्टम को तबाह कर दिया गया है.
ईरानी मिसाइलों से अस्पताल पर हमला
ईरान ने हाल ही में इज़रायल के दक्षिणी हिस्से में स्थित सोरोका मेडिकल सेंटर और तेल अवीव के पास के रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया. हमले में 240 से अधिक लोग घायल हुए, जिनमें 80 मरीज और मेडिकल स्टाफ शामिल हैं. अधिकांश को मामूली चोटें आईं क्योंकि समय रहते अस्पताल को खाली करा लिया गया था.
जवाब में इजरायल ने किए परमाणु ढांचे पर हमले
इन हमलों के जवाब में इज़रायली वायुसेना ने ईरान के परमाणु और मिसाइल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर दोबारा तीव्र हमले किए. नेतन्याहू ने साफ किया कि इज़रायल की सैन्य कार्रवाई केवल रणनीतिक ठिकानों पर केंद्रित है, न कि आम नागरिकों पर. उन्होंने कहा, "वे ऐसे अस्पतालों पर हमला करते हैं जहां लोग खतरे से बच नहीं सकते, यही फर्क है एक लोकतंत्र और हत्यारों के बीच."
‘कोई भी सुरक्षित नहीं’: खामेनेई भी निशाने पर
बेंजामिन नेतन्याहू ने बीयरशेवा के सोरोका अस्पताल में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "मैंने निर्देश दिए हैं कि कोई भी व्यक्ति इज़रायली हमलों से अछूता नहीं रहेगा." उन्होंने संकेत दिए कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई भी संभावित लक्ष्य हो सकते हैं. उन्होंने कहा, "युद्ध के समय शब्दों को सोच-समझकर बोलना चाहिए और कार्रवाई सटीक होनी चाहिए."
इजरायल के रक्षा मंत्री ने भी दी धमकी
इजरायल के रक्षा मंत्री इस्राइल कात्ज ने भी खामेनेई को सीधा निशाना बनाते हुए कहा, "खामेनेई, जो आधुनिक हिटलर है, उसका अस्तित्व समाप्त करना इस ऑपरेशन का एक उद्देश्य है." उन्होंने कहा, "वह अपने सारे संसाधनों का इस्तेमाल इस मकसद के लिए करता है और आज हम देख रहे हैं कि वह अस्पतालों पर हमला करने के आदेश भी दे रहा है."
ऑपरेशन 'राइजिंग लायन' में 639 ईरानी मौतें
इज़रायल ने 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' की शुरुआत पिछले शुक्रवार को की थी. तब से अब तक इज़रायली हमलों में ईरान में 639 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 263 आम नागरिक शामिल हैं. वहीं ईरान ने भी 400 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइल और 1,000 से ज्यादा ड्रोन इजरायल पर दागे, जिससे 24 लोगों की मौत और सैकड़ों घायल हुए हैं.
अंत तक खत्म करेंगे परमाणु खतरा: नेतन्याहू
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने जोर देकर कहा, "इस ऑपरेशन के अंत में इज़रायल पर न कोई परमाणु खतरा रहेगा और न ही बैलिस्टिक मिसाइलों का." उन्होंने यह भी दोहराया कि अगर ज़रूरत पड़ी तो इज़रायल अकेले आगे बढ़ने को तैयार है.


