पाक किसी का सगा नहीं, गुपचुप तैयार कर रहा अमेरिका तक मार करने वाली परमाणु मिसाइल!
पाकिस्तान का यह कदम वैश्विक स्थिरता के लिए खतरा पैदा कर सकता है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय विशेष रूप से अमेरिका इस स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है। भारत भी अपनी रक्षा तैयारियों को और मजबूत करने में जुटा है। ऐसे में, क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए सभी पक्षों को संयम और कूटनीतिक संवाद पर जोर देना होगा।

पाकिस्तान एक बार फिर अपनी गतिविधियों से वैश्विक चर्चा में है। अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान गुपचुप तरीके से ऐसी इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) विकसित कर रहा है. जो न केवल दक्षिण एशिया, बल्कि अमेरिका तक मार करने की क्षमता रखती है। इस खुलासे ने पूरे देश में हलचल मचा दी है और अमेरिका ने इसे गंभीर खतरे के रूप में देखते हुए चेतावनी जारी की है।
पाकिस्तान का परमाणु कार्यक्रम और अमेरिका की चिंता
अमेरिकी पत्रिका फॉरेन अफेयर्स के एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान, चीन के समर्थन से अपने परमाणु शस्त्रागार को उन्नत करने में जुटा है। यह कदम भारत के हालिया सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जवाबी कारवाही के बाद हुआ है। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि यदि पाकिस्तान ऐसी मिसाइल विकसित कर लेता है तो उसे परमाणु दुश्मन घोषित किया जा सकता है। जैसा कि रूस, चीन और उत्तर कोरिया के मामले में किया गया है।
अमेरिका की प्रतिक्रिया और प्रतिबंध
अमेरिका ने पाकिस्तान के मिसाइल कार्यक्रम को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। हाल ही में इस्लामाबाद स्थित चार कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। जिन पर मिसाइल प्रसार में शामिल होने का आरोप है। अमेरिकी डिप्टी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने कहा “पाकिस्तान की गतिविधियां अमेरिका के लिए उभरता खतरा हैं।” विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान का यह कदम आर्थिक और राजनीतिक रूप से जोखिम भरा है। अमेरिका पाकिस्तान का सबसे बड़ा निर्यात बाजार है और वहां से भारी मात्रा में धनराशि पाकिस्तानियों द्वारा भेजी जाती है। ऐसे में अमेरिका को निशाना बनाने की क्षमता विकसित करना पाकिस्तान के लिए आत्मघाती साबित हो सकता है।
भारत की स्थिति और क्षेत्रीय तनाव
पाकिस्तान का यह कदम भारत के लिए भी चिंता का विषय है। भारत के पास अग्नि-V जैसी मिसाइलें हैं, जिनकी रेंज 5,000 किलोमीटर है, और वह परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं। हाल के ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर हमले के बाद से पाकिस्तान की रक्षा प्रणाली की कमजोरियां उजागर हुईं। जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान का परमाणु कार्यक्रम भारत को रोकने के लिए शुरू किया गया था. लेकिन अब यह वैश्विक स्तर पर खतरा बन रहा है। अमेरिका और भारत के बीच बढ़ता रक्षा सहयोग विशेष रूप से मिसाइल तकनीक के क्षेत्र में और जटिल बना सकता है।


