आतंकवादियों को मिला पाकिस्तान का खुला समर्थन, पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड भी रैली में नजर आए
पाकिस्तान में आतंकवादियों को खुला समर्थन मिल रहा है जो अब खुले आम रैलियों में दिखने लगे हैं. पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड भी इस खुलासे का हिस्सा बने हैं. भारत ने हाल ही में इस खतरे के सबूत दुनिया के सामने रखे हैं. पूरा सच जानना है तो पूरी खबर जरूर पढ़ें!

Pakistan: भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच पाकिस्तान में आतंकवादियों का खुला समर्थन और सम्मान देखने को मिल रहा है. 22 अप्रैल को पहलगाम नरसंहार की साजिश रचने वाले आतंकवादी खुले आम पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक बड़ी रैली में दिखे. इस रैली में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के उप प्रमुख और संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी हाफिज सईद के बेटे हाफिज़ सईद भी मौजूद थे. यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब भारत ने पाकिस्तान के आतंकवाद से जुड़े सबूत दुनिया के सामने रखे हैं.
लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी दिखे रैली में
पाकिस्तान के कसूर में हुई इस रैली में लश्कर-ए-तैयबा के कई आतंकी और उनके राजनीतिक साथी शामिल थे. इनमें से प्रमुख नाम सैफुल्लाह कसूरी और तल्हा सईद के थे, जिनकी फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. ये आतंकवादी सार्वजनिक रूप से खड़े होकर भीड़ के बीच नजर आए, जिससे पाकिस्तान के आतंकी संरक्षण का एक बड़ा सबूत मिल गया.
भारत ने किया पाकिस्तान के आतंकवाद पर सबूत पेश
पिछले दिनों भारत ने पाकिस्तान में आतंकवाद से जुड़े कई सबूत और जानकारी विश्व के सामने रखी थी. इनमें बताया गया था कि पाकिस्तान किस तरह से सीमा के अंदर और बाहर आतंकवादियों को समर्थन देता है और उन्हें राजनीतिक शरण देता है. भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) में नौ आतंकी शिविर भी तबाह किए हैं, जिसमें सैकड़ों आतंकवादी मारे गए. इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तीन दिन तक कड़े सैन्य टकराव भी हुए थे.
आतंकवादियों को मिला 'राजकीय सम्मान'
पाकिस्तान में आतंकवादियों को खुला समर्थन देना कोई नई बात नहीं है. हाल ही में सिंध प्रांत में लश्कर के एक बड़े आतंकी अबू सैफुल्लाह की हत्या हुई, जो भारत में कई बड़े हमलों का मास्टरमाइंड था. उसकी अंतिम यात्रा में भी उसे पाकिस्तानी झंडे में लपेट कर सम्मानित किया गया. इस कार्यक्रम में लश्कर के राजनीतिक संगठन और प्रमुख नेता भी मौजूद थे.
पाकिस्तान का आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला रवैया
यह साफ है कि पाकिस्तान अपनी राजनीति और सुरक्षा रणनीति में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है. आतंकी संगठनों के राजनीतिक साथियों के खुल्ले समर्थन से यह साबित होता है कि वहां आतंकवादियों को राजनीतिक और सैन्य दोनों स्तरों पर संरक्षण मिलता है. इस मुद्दे को लेकर भारत लगातार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान पर दबाव बना रहा है.
पाकिस्तान में आतंकवाद का खुला समर्थन और उसके मास्टरमाइंडों का सार्वजनिक मंच पर आना, भारत के लिए चिंता का बड़ा विषय है. इससे साफ होता है कि सीमा पार आतंकवाद अभी खत्म नहीं हुआ है और इससे निपटने के लिए कड़ी सतर्कता और कड़े कदम उठाने होंगे. पूरी कहानी जानने के लिए आगे पढ़ें और समझें कि भारत-पाक के इस तनाव के बीच असली मुद्दा क्या है.


