भारत से रिश्ते सुधारने को पाकिस्तान तैयार, हर मुद्दे को सुलझाना चाहते हैं शहबाज
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत के साथ सभी लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए गंभीर और सार्थक बातचीत की पेशकश की है. यह बयान उन्होंने इस्लामाबाद में ब्रिटिश उच्चायुक्त जेन मैरियट से मुलाकात के दौरान दिया.

India Pakistan Relations: इस्लामाबाद में एक अहम मुलाकात के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत के साथ सभी लंबित मुद्दों के समाधान के लिए गंभीर और सार्थक बातचीत की इच्छा जताई है. सरकारी बयान के मुताबिक, दोनों नेताओं ने पाकिस्तान-भारत द्विपक्षीय रिश्तों के अलावा दक्षिण एशिया और पश्चिम एशिया की मौजूदा क्षेत्रीय स्थिति पर भी चर्चा की. बातचीत के दौरान शहबाज शरीफ ने भारत के साथ तनाव कम करने में ब्रिटेन की भूमिका की सराहना की और भरोसा जताया कि संवाद के जरिए विवाद सुलझाए जा सकते हैं.
सरकारी बयान में कहा गया, "पाक पीएम ने पाकिस्तान-भारत टकराव के दौरान तनाव कम करने में ब्रिटेन की भूमिका की सराहना की और कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ सभी लंबित मुद्दों पर गंभीर और सार्थक बातचीत के लिए तैयार है." शहबाज शरीफ की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब हाल ही में भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंधू चलाया था.
भारत ने स्पष्ट की अपनी बातचीत की शर्तें
भारत सरकार पहले ही यह स्पष्ट कर चुकी है कि पाकिस्तान के साथ बातचीत सिर्फ दो मुद्दों पर ही संभव है. पहला, पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर की वापसी और दूसरा, पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का खात्मा. भारत की ओर से इन शर्तों के बिना किसी भी तरह की शांति वार्ता की संभावना से इनकार किया गया है.
PIA उड़ानों पर भी हुई चर्चा
बैठक के दौरान शहबाज शरीफ ने ब्रिटेन सरकार द्वारा पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) की उड़ानें फिर से शुरू करने के फैसले का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि इससे ब्रिटेन में बसे पाकिस्तानी समुदाय को बड़ी राहत मिलेगी और दोनों देशों के बीच संबंधों में मजबूती आएगी.
ब्रिटेन के साथ बढ़ते रिश्तों पर भी जोर
प्रधानमंत्री शरीफ ने यह भी कहा कि पाकिस्तान ब्रिटेन के साथ आर्थिक, कूटनीतिक और सामाजिक संबंधों को और अधिक प्रगाढ़ बनाना चाहता है. दोनों देशों के नेताओं ने भविष्य में आपसी सहयोग को बढ़ाने की दिशा में ठोस कदम उठाने पर भी सहमति जताई.


