जिस तुर्की का अंधभक्त है पाकिस्तान, वहां बिना वीजा नहीं घुस सकते उसके नागरिक
पाकिस्तान और तुर्की के घनिष्ठ संबंधों के बावजूद पाकिस्तानी नागरिकों को तुर्की में वीजा फ्री एंट्री नहीं मिलती. उन्हें केवल ई-वीजा के ज़रिए 30 दिन तक रहने की अनुमति है. इसी तरह, अजरबैजान भी पाकिस्तानियों को बिना वीजा के प्रवेश की सुविधा नहीं देता, भले ही रिश्ते मज़बूत हों.

भारत से तनाव के दौर में तुर्की हमेशा पाकिस्तान के साथ खड़ा रहा है. राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने कश्मीर मुद्दे पर भी पाकिस्तान का खुला समर्थन किया, जबकि तुर्की के बायरक्तार ड्रोन भले ही जमीनी युद्ध में पाकिस्तान के किसी काम न आए हों, लेकिन शहबाज शरीफ ने तुर्की की दोस्ती को दुनिया के सामने अपनी ताकत के रूप में पेश किया. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ हाल ही में तुर्की दौरे पर भी गए थे, जिसे एर्दोगन के ‘एहसान’ चुकाने की कोशिश के रूप में देखा गया.
लेकिन यह दोस्ती एकतरफा नज़र आती है. पाकिस्तान के नागरिकों को तुर्की में बिना वीजा के प्रवेश नहीं दिया जाता. उन्हें वहां जाने के लिए बाकायदा वीजा लेना पड़ता है, भले ही वो ई-वीजा ही क्यों न हो. यही नहीं, तुर्की उन कुछ देशों में शामिल है जो पाकिस्तान को सीमित सुविधा ही देते हैं, जबकि पाकिस्तान उसके लिए खुले दिल से समर्थन करता है.
ई-वीजा से सीमित राहत
तुर्की पाकिस्तान के नागरिकों को ई-वीजा सुविधा देता है, लेकिन इसके तहत वे सिर्फ 30 दिन तक ही देश में रह सकते हैं. इसके लिए पासपोर्ट की वैधता छह महीने होना जरूरी है. वहीं, जिनके पास ऑफिशियल पासपोर्ट है, उन्हें 90 दिन तक बिना वीजा के रहने की छूट मिलती है. कुछ मामलों में रेसिडेंस परमिट रखने वाले पाकिस्तानी भी बिना ई-वीजा के तुर्की जा सकते हैं. पर सवाल यह उठता है कि जिस देश को पाकिस्तान ‘भाई’ मानता है, उसी देश में आम पाकिस्तानी के लिए फ्री एंट्री क्यों नहीं?
अजरबैजान ने भी नहीं खोले दरवाज़े
तुर्की की तरह पाकिस्तान का एक और करीबी देश अजरबैजान भी पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा फ्री एंट्री नहीं देता. वहां भी ई-वीजा की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. अजरबैजान ने भारत से तनाव के समय पाकिस्तान का साथ दिया था, लेकिन इसका खामियाज़ा उसे भुगतना पड़ा. भारतीय टूरिस्ट्स ने "बॉयकॉट अजरबैजान" की मुहिम शुरू कर दी और कई ट्रैवल एजेंसियों ने उसकी बुकिंग्स तक रोक दीं.
सिर्फ 9 देशों में फ्री एंट्री
ग्लोबल पासपोर्ट इंडेक्स में पाकिस्तान का पासपोर्ट दुनिया के सबसे कमजोर पासपोर्ट में गिना जाता है. दुनिया में सिर्फ 9 देश हैं, जहां पाकिस्तानियों को बिना वीजा के एंट्री मिलती है—जैसे हैती, माइक्रोनेशिया और नियू. वहीं, 4 देश ऐसे भी हैं जो पाकिस्तानियों को प्रवेश ही नहीं देते—इजराइल, भारत, लीबिया और सूडान.
दोस्ती की सच्चाई
तुर्की और अजरबैजान जैसे देशों की नीतियां ये सवाल उठाती हैं कि क्या पाकिस्तान की तथाकथित ‘भाईचारे की दोस्ती’ सिर्फ भाषणों तक सीमित है? जब इन देशों को असली समर्थन दिखाना होता है, तो वे आम पाकिस्तानियों के लिए दरवाज़े बंद रखते हैं.


