यूक्रेन के साथ बातचीत के लिए तैयार हुए पुतिन, सामने रखीं ये शर्तें
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के साथ बातचीत को तैयार हो गए हैं. इस बीच रूस ने यूक्रेन पर हवाई हमले तेज कर दिए तथा देश भर में लक्ष्यों पर सैकड़ों मिसाइलें, ड्रोन और अन्य हथियार दागे. फिर भी ट्रंप ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि व्लादिमीर पुतिन समझौता चाहते हैं. ट्रंप ने कहा कि रूस के साथ हमारा रिश्ता अच्छा चल रहा है. उन्होंने कहा कि मैं ईमानदारी से कहूं तो यूक्रेन का साथ काम करना मेरे लिए बहुत मुश्किल हो रहा है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूक्रेन पर लगातार शांति समझौते का दबाव बना रहे हैं. रिपोर्ट के अनुसार, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन से बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं. ट्रंप ने शुक्रवार को ओवल स्थित ऑफिस में मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि रूस के साथ हमारा रिश्ता अच्छा चल रहा है. मैं ईमानदारी से कहूं तो यूक्रेन के साथ काम करना मेरे लिए ज्यादा मुश्किल हो रहा है.
रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप की एडवाइजर कमेटी इस बात पर विचार कर रही है कि वह युद्ध की वजह से रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों को किस प्रकार हटा सकती है या फिर कम कर सकती है, जिसमें उसके तेल बिक्री की कीमतों पर लगाई गई सीमा भी शामिल है.
रूस से हट सकता है बैन
इस बीच अमेरिकी और यूक्रेनी अधिकारी संबंधों को सुधारने और कीव में अमेरिकी हथियार और खुफिया जानकारी को बहाल करने को लेकर मंगलवार को सऊदी अरब में बैठक करने की तैयारी कर रहे हैं. बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप ने 28 फरवरी को यूक्रेनी राष्ट्रपति वोल्दोमीर जेलेंस्की के साथ व्हाइट हाउस में हुए विवाद के बाद इस बैठक को स्थगित कर दिया था.
यूरोपीय देश ट्रंप से खुश नहीं
ट्रंप के इस कदम से यूरोपीय देश और यूक्रेन में यह आशंका पैदा हो गई है कि वह कीव को क्रेमलिन के अनुकूल शर्तों पर समझौते के लिए मजबूर करने का प्रयास करेंगे. रिपोर्ट्स के अनुसार, रूसी अधिकारियों ने पिछले महीने अमेरिकी अधिकारियों के साथ बातचीत की, जिसमें शांति समझौते पहले सीजफायर को लेकर चर्चा हुई.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अंतिम शांति समझौते के ढांचे के सिद्धांतों के बारे में स्पष्ट समझ होनी चाहिए. मामले से परिचित एक व्यक्ति ने बताया कि रूस विशेष रूप से अंतिम शांति मिशन के मापदंडों को स्थापित करने पर जोर देगा, जिसमें इस बात पर सहमति भी शामिल होगी कि कौन से देश इसमें भाग लेंगे. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने टिप्पणी का जवाब नहीं दिया.
कीव में अधिकारियों ने बताया कि रूस ने यूक्रेन पर हवाई हमले तेज कर दिए तथा देश भर में लक्ष्यों पर सैकड़ों मिसाइलें, ड्रोन और अन्य हथियार दागे. फिर भी ट्रंप ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि व्लादिमीर पुतिन समझौता चाहते हैं.
ट्रंप ने रूस को दी धमकी
ट्रंप ने शुक्रवार की सुबह उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में धमकी दी कि अगर रूस बातचीत के लिए आगे नहीं बढ़ता है तो वह उस पर और प्रतिबंध और टैरिफ लगा देंगे. बाद में उन्होंने अपनी टिप्पणियों में उन धमकियों का जिक्र नहीं किया और यह स्पष्ट नहीं था कि रूस पर पहले से लागू व्यापक सीमाओं को देखते हुए क्या नए प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं.
20 जनवरी को शपथ ग्रहण करने के बाद से ट्रंप ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण संबंधी अमेरिकी नीति को पलट दिया है, ताकि 80 वर्षों में यूरोप के सबसे खराब संघर्ष को शीघ्र समाप्त करने का प्रयास किया जा सके. उन्होंने पिछले महीने पुतिन के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और वे शिखर सम्मेलन आयोजित करने पर सहमत हुए, हालांकि कोई तिथि निर्धारित नहीं की गई है.
ट्रंप ने रोकी मिलिट्री एड
ट्रंप ने यूक्रेन के नाटो में अंतिम प्रवेश के लिए अमेरिकी समर्थन छोड़ दिया और उनके शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि 2014 से रूस द्वारा जब्त किए गए सभी यूक्रेनी क्षेत्रों को वापस करने की उम्मीद करना अवास्तविक था.
व्हाइट हाउस में जेलेंस्की के साथ टकराव के बाद ट्रंप ने यूक्रेन को सैन्य सहायता रोक दी और कीव के साथ कुछ खुफिया जानकारी साझा करने को बैन कर दिया, जिससे यूरोपीय सहयोगियों को झटका लगा, उनका कहना है कि अमेरिका रूस की आक्रामकता को पुरस्कृत करने का जोखिम उठा रहा है.
रूस को शाति समझौते के लिए किया जाए मजबूर- जेलेंस्की
नेशनल जियोस्पेशियल-इंटेलिजेंस एजेंसी के प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा कि उसने ग्लोबल एनहैंस्ड जियोइंट डिलीवरी सिस्टम से सैटेलाइट इमेजरी तक यूक्रेन की पहुंच को अस्थायी रूप से रोक दिया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने हाल ही में रूसी हमलों को इस बात का सबूत बताया कि क्रेमलिन को शांति के लिए मजबूर किया जाना चाहिए. उन्होंने ट्रंप के साथ सुलह का संदेश देते हुए कहा था कि आज राष्ट्रपति ट्रंप की टीम के साथ अब तक का सबसे गहन कार्य विभिन्न स्तरों पर पूरे दिन चल रहा है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन बहुत रचनात्मक है.


