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भारत दौरे पर पुतिन के साथ आ रहा उनका ‘आयरन सर्किल’, कौन हैं रूस की ताकत तय करने वाले सिलोविकी?

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज भारत आ रहे हैं. उनके साथ सात बड़े-बड़े मंत्री भी होंगे, लेकिन असली रोमांच कहीं और है उस रहस्यमयी और बेहद ताकतवर सिलोविकी गिरोह में, जो दशकों से पुतिन के सबसे करीबी और भरोसेमंद साथी रहे हैं. ये वो लोग हैं जो खुफिया एजेंसियों के पुराने धुरंधर, सैन्य रणनीतिकार और सुरक्षा विशेषज्ञ जो पर्दे के पीछे से रूस की पूरी नीति को आकार देते हैं और पुतिन के सबसे बड़े फैसलों पर अपनी मुहर लगवाते हैं.

Goldi Rai
Edited By: Goldi Rai

नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज भारत पहुंचने वाले हैं और इस दो दिवसीय दौरे पर वैश्विक निगाहें सिर्फ कूटनीतिक एजेंडे पर ही नहीं, बल्कि उस चुनिंदा समूह पर भी टिकी हैं, जो पुतिन की सत्ता और निर्णय प्रक्रिया का असली आधार माना जाता है. यह समूह जिसे दुनिया सिलोविकी के नाम से जानती है. पुतिन के सबसे प्रभावशाली, गोपनीय और भरोसेमंद सलाहकारों का सर्किल है.

इस दौरे पर पुतिन के साथ सात शीर्ष रूसी मंत्री और रूसी केंद्रीय बैंक की चेयरपर्सन एलबिरा नबीउलिना भी मौजूद रहेंगी, जो इस बात का संकेत है कि मॉस्को भारत के साथ संबंधों को कूटनीति से आगे बढ़ाकर अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और रणनीतिक सहयोग के बहुस्तरीय दायरे में देख रहा है. लेकिन असली दिलचस्पी उस दायरे में है, जहां रूस की नीतियां गढ़ी जाती हैं  पुतिन का ‘सिलोविकी सर्किल’.

पुतिन का ‘सिलोविकी सर्किल’

सुरक्षा परिषद के प्रमुख निकोलाई पेत्रुशेव को पुतिन का सबसे करीबी और प्रभावशाली साथी माना जाता है. दोनों का रिश्ता 55 साल पुराना है और वे KGB में साथ काम कर चुके हैं. रूस की आंतरिक सुरक्षा और रणनीतिक निर्णयों की नींव में पेत्रुशेव की भूमिका सबसे केंद्रीय मानी जाती है.

 विदेश खुफिया सेवा का चेहरा

रूसी विदेश खुफिया सेवा के प्रमुख सर्गेई नारिश्किन 1990 से पुतिन के भरोसेमंद सलाहकार हैं. उनके KGB अनुभव, कूटनीतिक कौशल और प्रभावशाली व्यक्तित्व के कारण उन्हें पुतिन के संभावित उत्तराधिकारियों में भी शामिल माना जाता है.

 रूस की आंतरिक सुरक्षा के संरक्षक

FSB निदेशक अलेक्जेंडर बोर्तनिकोव 1970 के दशक से पुतिन को जानते हैं और देश की आंतरिक सुरक्षा तथा राजनीतिक स्थिरता की जिम्मेदारी संभालते हैं. रूस में सुरक्षा ढांचे की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में उनकी भूमिका अहम मानी जाती है.

 रक्षा रणनीति के मुख्य वास्तुकार

रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु सैन्य रणनीतियों, GRU खुफिया और युद्ध संबंधी निर्णयों में पुतिन के सबसे विश्वसनीय सलाहकार हैं. किसी भी महत्वपूर्ण सैन्य फैसले से पहले पुतिन जिस पहले व्यक्ति से राय लेते हैं, वह शोइगु ही होते हैं.

21 वर्षों से रूस की वैश्विक आवाज

विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव रूस की कूटनीति का अंतरराष्ट्रीय चेहरा हैं. 21 साल से पद पर बने रहने वाले लावरोव पुतिन की विदेश नीति के सबसे मजबूत स्तंभ और वैश्विक मंच पर रूस की स्थायी आवाज माने जाते हैं.

क्या है पुतिन की कार्यशैली का मूल मंत्र?

पुतिन के सबसे करीबी सहयोगियों में एक समानता है. उनके प्रति पुतिन का अटूट भरोसा. यही भरोसा रूस की नीतियों, वैश्विक रणनीतियों और बड़े फैसलों की असल धुरी है. पुतिन अपने ‘सिलोविकी सर्किल’ के इन सदस्यों की सलाह को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं, और यही समूह मॉस्को के सत्ता ढांचे का सबसे गोपनीय लेकिन सबसे निर्णायक पक्ष माना जाता है.

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04 December 2025, 10:02 AM IST

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