शांति वार्ता के बीच रूस का यूक्रेन पर बड़ा हमला, अमेरिकी फैक्ट्री को बनाया निशाना...दागे 574 ड्रोन और 40 मिसाइलें
रूस ने यूक्रेन के पश्चिमी क्षेत्र में एक अमेरिकी इलेक्ट्रॉनिक्स फैक्ट्री पर ड्रोन और मिसाइल से हमला किया, जिसमें भारी नुकसान हुआ और कई लोग घायल हुए. हमला उस समय हुआ जब शांति वार्ता की चर्चा जारी थी. राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इसे जानबूझकर अमेरिकी निवेश को निशाना बनाना बताया. फैक्ट्री में 600 कर्मचारी मौजूद थे, जिनमें से कई ने शेल्टर में छिपकर जान बचाई.

Russia Ukraine Attack : यूक्रेन और रूस के बीच शांति वार्ता की चर्चा के बीच गुरुवार को रूस ने यूक्रेन के पश्चिमी हिस्से में बड़ा हवाई हमला किया. यह हमला तब हुआ जब दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की कोशिशें चल रही थीं. रूसी सेना ने अमेरिकी इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी फ्लेक्स लिमिटेड की एक फैक्ट्री पर दो क्रूज़ मिसाइलें दागीं, जिससे वहां भारी नुकसान हुआ और कई कर्मचारी घायल हो गए.
रातभर चला हमला, 570 ड्रोन और 40 मिसाइलें दागीं
जिस फैक्ट्री पर हमला हुआ, वो सैन्य नहीं...
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इस हमले की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि यह फैक्ट्री केवल घरेलू उपयोग के सामान, जैसे कॉफी मशीनें, बनाती थी. “यह कोई सैन्य ठिकाना नहीं था, बल्कि एक सामान्य अमेरिकी निवेश था,” जेलेंस्की ने कहा. फ्लेक्स लिमिटेड एक अमेरिकी कंपनी है, जिसके मुख्यालय ऑस्टिन, टेक्सास और सिंगापुर में हैं और यह कंपनी नैस्डैक पर सूचीबद्ध है.
हमले के समय फैक्ट्री में थे 600 कर्मचारी
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, हमला उस समय हुआ जब फैक्ट्री में लगभग 600 कर्मचारी मौजूद थे. क्षेत्रीय सैन्य प्रमुख मायरोस्लाव बिलेत्स्की ने बताया कि हवाई हमले की चेतावनी मिलते ही कर्मचारियों को शेल्टर में ले जाया गया, जिससे जान का नुकसान कम हुआ. हालांकि, फैक्ट्री का लगभग एक-तिहाई हिस्सा जलकर पूरी तरह नष्ट हो गया.
फ्लेक्स ने अभी तक नहीं दिया आधिकारिक बयान
फैक्ट्री को हुआ नुकसान काफी बड़ा है, लेकिन अभी तक फ्लेक्स लिमिटेड की ओर से इस हमले को लेकर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. वहीं, यूक्रेनी सेना का दावा है कि उन्होंने कई मिसाइलों को बीच में ही रोक लिया, लेकिन कुछ मिसाइलें सुरक्षा कवच को भेद कर अंदर पहुंच गईं.
ट्रंप की वार्ताओं के बाद हुआ हमला
यह हमला उस वक्त हुआ है जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की और रूसी राष्ट्रपति पुतिन से अलग-अलग मुलाकात की थी. ट्रंप ने इन बैठकों के जरिए शांति वार्ता को आगे बढ़ाने की कोशिश की थी. इसके अलावा उन्होंने अमेरिकी सेना के प्रमुख जनरल डैन केन को यूक्रेन के लिए एक सुरक्षा योजना तैयार करने का निर्देश भी दिया.
अमेरिका की भूमिका सीमित, रूस ने जताई आपत्ति
ट्रंप ने यह साफ किया है कि अमेरिका युद्ध खत्म होने के बाद भी यूक्रेन में ज़मीनी सैनिक नहीं भेजेगा. अमेरिका की भूमिका केवल हवाई समर्थन तक सीमित रहेगी. दूसरी ओर, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने चेतावनी दी है कि अगर रूस की भागीदारी के बिना यूक्रेन की सुरक्षा पर कोई भी समाधान तैयार किया गया, तो वह विफल रहेगा. रूस चाहता है कि उसे वीटो का अधिकार मिले.
रूस शांति नहीं, युद्ध चाहता है, जेलेंस्की
इस हमले के बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस की मंशा पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि यह हमला दिखाता है कि रूस शांति वार्ता में ईमानदार नहीं है और जानबूझकर अमेरिकी निवेश को निशाना बना रहा है. उन्होंने मॉस्को पर राजनीतिक द्वेष और दोगली रणनीति अपनाने का आरोप लगाया.


