ड्रोन धमाकों से कांपी राजधानी कीव, रूस ने ऊर्जा ढांचे को उड़ाया, लाखों लोग सर्द अंधेरे में कैद हुए
शुक्रवार को रूस ने यूक्रेन पर भीषण हमला बोला। राजधानी कीव अंधेरे में डूब गई, इमारतों में आग भड़क उठी और चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई। हजारों लोग बिजली और पानी की आपूर्ति से वंचित होकर मुश्किलों में फंस गए।

International News: रूस ने शुक्रवार रात यूक्रेन पर सबसे घातक हमलों में से एक किया। कीव के बीचोंबीच मिसाइलों और ड्रोन से हमला हुआ, जिससे एक ऊंची इमारत में भीषण आग लग गई। ऊर्जा मंत्री स्वितलाना ग्रिनचुक ने बताया कि रूस ने सीधे ऊर्जा ढांचे को निशाना बनाया। पूरा शहर अंधेरे में डूब गया और लोग भूमिगत शेल्टरों में जाने को मजबूर हो गए।
मिसाइल और ड्रोन से हमला
यूक्रेनी वायुसेना ने पुष्टि की कि रूस ने बैलिस्टिक मिसाइल और आत्मघाती ड्रोन का इस्तेमाल किया। कीव के मेयर विटाली क्लिच्को ने कहा कि नौ लोग घायल हुए, जिनमें से पांच को अस्पताल भेजा गया। बिजली और पानी की आपूर्ति करने वाली जगहों को भारी नुकसान पहुंचा। शहर का पूरा बायां किनारा अंधेरे में डूब गया। सोशल मीडिया पर साझा वीडियो में दिखा कि कुछ सेकंड में ही शहर की रोशनी गायब हो गई।
इमारतों में आग और दहशत
कीव की एक ऊंची इमारत में अचानक आग फैल गई जब ड्रोन का मलबा पास में गिरा। फायर ब्रिगेड ने घंटों मशक्कत कर आग बुझाने की कोशिश की। रातभर धमाकों की आवाज गूंजती रही और लोग अपने घरों से बाहर निकलने लगे। कई परिवार अपार्टमेंट में फंसे रह गए जिन्हें बाद में सीढ़ियों और हाइड्रोलिक सीढ़ियों से बाहर निकाला गया। धुएं से पूरा आसमान काला हो गया।
अन्य शहरों पर भी वार
सिर्फ कीव ही नहीं, रूस ने अन्य यूक्रेनी शहरों को भी निशाना बनाया। दक्षिण-पूर्वी ज़ापोरिज्ज़िया इलाके में सात ड्रोन हमले हुए जिनमें तीन लोग घायल हुए। रेलवे नेटवर्क पर भी वार किया गया जिससे ट्रेनों की आवाजाही ठप हो गई। अधिकारियों ने कहा कि यह हमला रूस की बड़ी योजना का हिस्सा है जिसके तहत वह यूक्रेन की ऊर्जा और परिवहन व्यवस्था को पंगु बनाना चाहता है।
पानी की किल्लत से जूझ रहा कीव
अंधेरे के साथ-साथ कीव में पानी की समस्या और बढ़ गई। मेयर क्लिच्को ने बताया कि कई इलाकों में पानी की आपूर्ति रुक गई। पंप और फिल्ट्रेशन प्लांट बंद हो गए जिससे हजारों लोगों के पास पीने का पानी नहीं बचा। लोग कतारों में खड़े होकर पानी भरते नजर आए। प्रशासन ने पानी की गाड़ियां भेजीं लेकिन मांग पूरी नहीं हो पाई। राहत एजेंसियों ने चेतावनी दी कि जल्द समाधान नहीं हुआ तो बीमारी फैल सकती है।
ज़ेलेंस्की का रूस पर आरोप
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने रूस पर आरोप लगाया कि वह जानबूझकर अराजकता फैला रहा है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा और रेलवे ढांचे पर हमले का मकसद आम नागरिकों की जिंदगी को मुश्किल बनाना है। ज़ेलेंस्की ने यह भी दावा किया कि यूक्रेन ने रूस के अंदर अपने ड्रोन और मिसाइल हमले बढ़ाए हैं। उनके मुताबिक, इन हमलों से रूस में ईंधन की कीमतें बढ़ रही हैं और सैन्य ठिकाने प्रभावित हो रहे हैं।
सर्दियों में संकट गहराने का डर
विशेषज्ञों का मानना है कि इस हमले के बाद लाखों यूक्रेनी नागरिक ठंडी सर्दियों में बिना बिजली और हीटिंग के रह सकते हैं। ऊर्जा ढांचे को हुए नुकसान की मरम्मत में समय लगेगा। अधिकारी कह रहे हैं कि मरम्मत दल काम पर लगे हैं लेकिन लगातार हमलों की वजह से हालात और खराब हो सकते हैं। अब पूरा देश इस बात से डरा हुआ है कि आने वाले दिनों में अंधेरा और ठंड दोनों ही सबसे बड़ी चुनौती बनेंगे।


