Russia-Ukraine war: रूस ने साल के अंत तक ईंधन निर्यात पर लगाया प्रतिबंध...यूक्रेनी ड्रोन हमलों के बाद पुतिन का बड़ा फैसला
Russia diesel export Ban: यूक्रेनी ड्रोन हमलों के कारण रिफाइनरियों को नुकसान पहुंचने के बाद रूस ने डीजल निर्यात पर आंशिक और पेट्रोल निर्यात पर वर्ष के अंत तक पूर्ण प्रतिबंध लगाया है. यह प्रतिबंध घरेलू आपूर्ति बनाए रखने के लिए लगाया गया है. डीज़ल पर प्रतिबंध केवल गैर-उत्पादकों पर लागू होगा.जबकि, रूस में ईंधन की कमी गहराती जा रही है और लुकोइल जैसी कंपनियों ने बिक्री पर कुछ सीमाएं लगाई हैं.

Russia diesel export Ban: यूक्रेन द्वारा रूसी तेल रिफाइनरियों पर लगातार किए जा रहे ड्रोन हमलों के कारण रूस ने गुरुवार को डीजल के निर्यात पर आंशिक प्रतिबंध और पहले से लागू पेट्रोल निर्यात प्रतिबंध को वर्ष के अंत तक बढ़ा दिया है. इन हमलों ने रूस की रिफाइनिंग क्षमताओं को गंभीर रूप से प्रभावित किया है, जिससे कुछ दिनों में उत्पादन लगभग 20% तक घट गया है और प्रमुख बंदरगाहों से ईंधन निर्यात भी बाधित हुआ है.
रूस के उप प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक ने घोषणा करते हुए कहा कि देश में फिलहाल तेल उत्पादों की थोड़ी कमी जरूर है, लेकिन मौजूदा भंडार इस आवश्यकता को पूरा कर रहे हैं. नोवाक ने कहा, “हम जल्द ही पेट्रोल के निर्यात पर प्रतिबंध को वर्ष के अंत तक बढ़ाएंगे और डीजल के निर्यात पर भी गैर-उत्पादकों के लिए प्रतिबंध लगाया जाएगा.”
प्रतिबंध सभी उत्पादकों और विक्रेताओं पर लागू
नोवाक के अनुसार, यह कदम देश के घरेलू बाजार को पेट्रोलियम उत्पादों की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है. डीजल पर यह प्रतिबंध केवल उन पुनः-विक्रेताओं (resellers) पर लागू होगा जो खुद इसका उत्पादन नहीं करते. वहीं, पेट्रोल पर प्रतिबंध सभी उत्पादकों और विक्रेताओं पर लागू होगा, लेकिन यह रूस और अन्य देशों के बीच के सरकारी समझौतों को प्रभावित नहीं करेगा.
घरेलू स्तर पर ईंधन संकट की स्थिति
क्राइमिया के रूस-नियंत्रित प्रमुख सर्गेई अक्स्योनोव ने ईंधन आपूर्ति में रुकावटों के लिए कई रिफाइनरियों के बंद होने को जिम्मेदार ठहराया है. घरेलू स्तर पर ईंधन संकट की स्थिति बनती जा रही है, और कुछ स्थानों पर स्थिति गंभीर होती दिख रही है. एक स्थानीय अखबार के मुताबिक, रूस की दूसरी सबसे बड़ी तेल कंपनी लुकोइल ने मास्को में अपने कुछ पेट्रोल पंपों पर जैरी कैन में पेट्रोल भरने पर रोक लगा दी है, जिससे ईंधन की कमी की पुष्टि होती है.
86 मिलियन मीट्रिक टन डीजल का उत्पादन
हालांकि, रूस से डीजल का अधिकांश निर्यात बड़े उत्पादकों द्वारा उत्तरी और दक्षिणी पाइपलाइनों के माध्यम से बाल्टिक और काला सागर बंदरगाहों के रास्ते किया जाता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2024 में रूस ने लगभग 86 मिलियन मीट्रिक टन डीजल का उत्पादन किया, जिसमें से करीब 31 मिलियन टन का निर्यात किया गया.
रूस और अमेरिका समुद्री मार्ग से डीजल के दुनिया के सबसे बड़े निर्यातक हैं. ऐसे में रूस का यह निर्णय वैश्विक ईंधन आपूर्ति पर असर डाल सकता है, विशेषकर तब जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस से तेल खरीदने को लेकर कई देशों की आलोचना की है. यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि में रूस पर आर्थिक दबाव बढ़ाने की कोशिशों के बीच यह कदम अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा बाजार और भूराजनीतिक रणनीतियों के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है.


