सुबह-सुबह कांपी धरती! जोरदार भूकंप से मचा हड़कंप
फिलीपींस के मिंडानाओ क्षेत्र में शनिवार सुबह 6.0 तीव्रता का भूकंप आया. इसका केंद्र जमीन से 105 किलोमीटर गहराई में था. फिलहाल किसी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है. भूकंप के बाद स्थानीय एजेंसियां सतर्क हैं और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.

शनिवार, 28 जून 2025 को फिलिपींस के मिंडानाओ क्षेत्र में सुबह-सुबह धरती तेज़ी से कांप उठी. भारतीय समयानुसार सुबह 4:37 बजे आए इस भूकंप की तीव्रता 6.0 मैग्निट्यूड दर्ज की गई. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक़, भूकंप का केंद्र ज़मीन से 105 किलोमीटर की गहराई में था, जो इसे ‘इंटरमीडिएट फोकस’ कैटेगरी में लाता है.
भूकंप के झटके पूरे मिंडानाओ और इसके आसपास के इलाकों में महसूस किए गए. NCS ने अपने X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर जानकारी दी कि फिलहाल किसी तरह के जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है. हालांकि, भूकंप के झटकों के बाद दहशत में लोग घरों से बाहर निकल आए और प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है.
‘रिंग ऑफ फायर’ में स्थित है फिलिपींस
फिलिपींस ‘रिंग ऑफ फायर’ नामक भूकंपीय क्षेत्र का हिस्सा है, जहां टेक्टोनिक प्लेट्स की टकराहट से बार-बार भूकंप और ज्वालामुखीय गतिविधियां होती रहती हैं. यही वजह है कि इस देश में भूकंप कोई नई बात नहीं है. हालांकि, 6.0 तीव्रता का भूकंप काफी शक्तिशाली माना जाता है, जिससे भवनों और बुनियादी ढांचे को नुकसान हो सकता है, लेकिन अब तक किसी प्रकार की क्षति या सुनामी की चेतावनी नहीं दी गई है.
स्थानीय आपदा राहत एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट पर हैं और लगातार स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं. जनता से अपील की गई है कि वे किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें और केवल अधिकृत स्रोतों से मिलने वाली जानकारी पर भरोसा करें.
अल्बानिया में भी ज़मीन कांप रही है
इधर, यूरोपीय देश अल्बानिया में भी ज़मीन थमने का नाम नहीं ले रही. बीते पांच दिनों में तीन बार भूकंप आ चुके हैं, जिससे लोगों के बीच घबराहट का माहौल है. राजधानी तिराना और उसके आसपास के क्षेत्रों में झटकों को साफ़ तौर पर महसूस किया गया है.
पहला भूकंप मंगलवार सुबह 5:05 बजे आया, जिसकी तीव्रता 4.4 मैग्निट्यूड थी. इसका केंद्र तिराना से 16 किलोमीटर दूर क्रुजा के पास था और यह काफी कम गहराई वाला भूकंप था, जिससे कंपन ज्यादा महसूस हुई.
भविष्य के लिए चेतावनी
हालांकि अब तक दोनों देशों में किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि बार-बार आ रहे भूकंप बड़े झटकों का संकेत भी हो सकते हैं. ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने और आपातकालीन तैयारी करने की सलाह दी जा रही है.


